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रायबरेली :  फर्जी आईपीएस बन इंस्पेक्टर को फ़ोन करने वाला शख्स गिरफ्तार , लोगों से करता था धन उगाही

रायबरेली : फर्जी आईपीएस बन इंस्पेक्टर को फ़ोन करने वाला शख्स गिरफ्तार , लोगों से करता था धन उगाही

रायबरेली. पुलिस ने एक ऐसे फर्जी आईपीएस अफसरको धरदबोचा जो खुद को अंडर ट्रेनी बताकर थानेदारों को काम बताता था. जिन लोगों का वो थानेदारों से काम कराता था, उनसे खुद ही उगाई करता था.


मगर, फर्जी काम कराते-कराते वो एक ऐसे थानेदार के चंगुल में फंस गया कि उसका फोन सर्विलांस पर लेकर उसे धरदबोचा. पुख्ता सबूत मिलने के बाद रविवार को उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में उसने खुद को मिर्जापुर का रहने वाला आकाश श्रीवास्तव बताया है. अब पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. जिन लोगों के उसने काम कराए हैं उनकी सूची मंगाकर उनसे भी पूछताछ करेगी.

रायबरेली पुलिस ने फर्जी आईपीएस अफसर को गिरफ्तार किया है. फर्जी आईपीएस अफसर खुद को अंडर ट्रेनी बताकर थानेदारों को काम बताता था. काम के बदले वह जिसका काम कराता था उससे उगाही करता था. फर्जी आईपीएस अफसर तब पुलिस के चंगुल में फंस गया जब उसने तेज़ तर्रार थानेदार एसओ डलमऊ को किसी काम के लिए फोन किया. हालांकि पहले तो एसओ डलमऊ पंकज भी झांसे में आ गए, लेकिन उन्हें शक तब हुआ जब उसने किसी मामले में एसओ से किसी की सीडीआर निकलवाने के लिए कहा. एसओ को इस बात पर शक हुआ कि सीडीआर निकलवाने जैसा काम एक आईपीएस किसी थानेदार से कैसे कह सकता है.

पंकज ने उच्च अधिकारियों को मामले की जानकारी देकर उसे सर्विलांस पर लिया तो उसका कच्चा चिट्ठा सामने आ गया. एसओ डलमऊ ने पुख्ता सबूत मिलने के बाद रविवार यानी 17 अप्रैल 2022 को उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में उसने खुद को मिर्जापुर का रहने वाला आकाश श्रीवास्तव बताया. एसपी श्लोक कुमार ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि उसने कई आम लोगों से लेकर थानेदारों को पिछले कई दिनों से इसी तरह काम बता कर उगाही कर रहा था. पुलिस ने उसके कब्ज़े से कई सिम और वर्दी पर लगाये जाने वाने बैचेस बरामद किए हैं. पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि उसने रायबरेली समेत अन्य किन किन ज़िलों में लोगों को ठगा है.