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वाराणसी में 25000रू के सिक्के लेकर नामांकन पत्र खरीदने पहुंचा एक निर्दलीय उम्मीदवार, विकास भवन में अधिकारी रह गए भौचक्के...

वाराणसी में 25000रू के सिक्के लेकर नामांकन पत्र खरीदने पहुंचा एक निर्दलीय उम्मीदवार, विकास भवन में अधिकारी रह गए भौचक्के...

वाराणसी, ब्यूरो।वाराणसी निर्वाचन कार्यालय में एक अजीबो-गरीब मामला देखने को मिला। चुनाव कार्यालय पहुंचे एक व्यक्ति ने खुद को निर्दलीय उम्मीदवार बताते हुए मेज पर सिक्कों की पोटली खोल दी और नामांकन फार्म मांगने लगा। कहा कि ये सिक्के 25 हजार रुपये हैं। यह देख अधिकारी से लेकर कर्मचारी सन्न रह गये। बाद में कर्मचारियों ने उसे बताया कि नामांकन सात से 14 मई के बीच होगा, इसलिए उसी समय आए। 

वाराणसी में सातवें चरण में मतदान होना है। सात से 14 मई के बीच नामांकन प्रस्तावित है। विकास भवन स्थित निर्वाचन कार्यालय में नामांकन और मतदान की तैयारी जोरों पर है। इस दरम्यान गुरुवार की दोपहर एक बजे के आसपास एक व्यक्ति दो साथियों के साथ विकास भवन पहुंचा। संतरी से पूछा कि चुनाव कार्यालय कहा है? नामांकन फार्म कहां मिलता है? संतरी ने प्रथम तल पर जाने को कहा। वह सीढ़ियां चढ़कर कार्यालय के अंदर दाखिल हुआ। कर्मचारी अपने काम में व्यस्त थे। पास में काम कर रहे एक कर्मचारी से नामांकन फार्म मांगा। कर्मचारी ने बताया कि अभी फार्म नहीं मिला रहा है। सात मई के बाद मिलेगा। लेकिन उसने कहा कि उसे अभी चाहिए। कर्मचारी उसे समझाने का प्रयास कर रहे थे कि तभी अपने पास रखी पोटली मेज पर खोल दी। एक,दो, पांच और 10 के सिक्के मेज पर बिखर गये। यह देख कर्मचारी सकते में आ गये।

कहा, 'साहब! 25 हजार रुपया हव, इसे गिन लीजिए और नामांकन के लिए फारम दे दें। हमरे पास एतना समय नाही है। प्रचार-वचार भी तो करना है।' कर्मचारियों ने बड़ी सावधानी से समझाया कि यहां सबसे अंतिम चरण में चुनाव है। जब नामांकन शुरू होगा तो वह रुपये लेकर नहीं बल्कि इसी धनराशि का चालान लेकर आना है। चालान ही जमा करना है। कर्मचारी ने नामांकन पत्र की प्रति दिखाते हुए भरने की जानकारी दी। व्यक्ति सबका धन्यवाद देते हुए लौट गया। तब कर्मचारियों ने भी राहत की सांस ली। तत्काल घटना से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया। इस प्रकरण पर पूरे दिन विकास भवन में हंसी-ठिठोली होती रही।