Headlines
Loading...
काशी में छह दिवसीय संकट मोचन दरबार में संगीत समारोह के पहली शाम की एक झलक, भक्तों में दिखा उत्साह, देखें पल-पल की अपडेट..

काशी में छह दिवसीय संकट मोचन दरबार में संगीत समारोह के पहली शाम की एक झलक, भक्तों में दिखा उत्साह, देखें पल-पल की अपडेट..

वाराणसी, ब्यूरो। संकटमोचन मंदिर में संगीत समारोह को लेकर भक्त पहुंचने लगे हैं। हनुमत दरबार में छह दिनों तक चलने वाले संगीत समारोह को लेकर भक्तों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। दिन ढलने के साथ ही श्रद्धालु हनुमत दरबार की ओर रूख करने लगे।

तस्वीरों में देखें भक्तों का उत्साह...

 
हनुमत दरबार में आज से शुरू होकर छह दिनों तक संगीत समारोह का सिलसिला जारी रहेगा। इस दौरान 130 कलाकार यहां हाजिरी लगाएंगे।

 
पं. रतिकांत महापात्रा के ओडिसी नृत्य से समारोह की शुरुआत हुई। वहीं सबसे कम उम्र की अवंतिका की भी प्रस्तुति हुई। इस महापर्व में देश-विदेश के दिग्गज कलाकार सुर, लय और ताल से हनुमत प्रभु का चरण वंदन करेंगे।

 
निशा के चारों पहर में संगीत के आरोह-अवरोह के साथ आनंद की वर्षा होगी। कुल 44 प्रस्तुतियां होंगी और 130 कलाकार हिस्सा लेंगे। शुक्रवार को मंदिर परिसर में इसकी तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया।

 
संकटमोचन संगीत समारोह का ही एक हिस्सा कला वीथिका है, जिसमें हनुमत प्रभु के विविध रूपों की तस्वीरें लगाई गई हैं। इस बार हनुमान जी के 201 स्वरूपों के दर्शन मिल रहे हैं। यह कला प्रदर्शनी भी आज से दो मई तक लगेगी।

 
हनुमत प्रभु की ड्योढ़ी से शुरू हुआ था 
संकटमोचन संगीत समारोह

संकटमोचन संगीत समारोह हनुमत प्रभु की ड्योढ़ी से शुरू हुआ था। जैसे-जैसे कलाकारों और दर्शकों का इस संगीत समारोह से जुड़ाव बढ़ता गया, मंच बदलता गया। 1923 से शुरू हुए इस आयोजन का अब तक चार बार मंच बदल चुका है। 1970 तक ये समारोह एक दिवसीय ही था।
 

सौ साल पूरे कर चुके काशी के सबसे बड़े संगीत समारोह का आगाज शनिवार को हुआ। समारोह की पहली निशा की शुरुआत पं. रतिकांत महापात्रा के ओडिसी नृत्य से हुई।

संकट मोचन संगीत समारोह में प्रस्तुति देते कलाकार

संकट मोचन संगीत समारोह में कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुति देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो उठे।
 

संकट मोचन संगीत समारोह में उपस्थित दर्शकों में गजब का उत्साह देखने को मिला।