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अमित शाह का पीओके पर बयान :: सरकार का ब्लूप्रिंट तैयार...तारीख भी तय, अब POK का भारत में होगा विलय,,,।

अमित शाह का पीओके पर बयान :: सरकार का ब्लूप्रिंट तैयार...तारीख भी तय, अब POK का भारत में होगा विलय,,,।

Amit Shah Statement On PoK  
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के भारत में विलय की घड़ी नजदीक आ गई है. PoK को वापस लेने के लिए भारत की तैयारी पूरी होने की बात कही जा रही है. दावा किया जा रहा है कि मोदी सरकार ने देश की संसद से लेकर UN तक में इसका ऐलान कर दिया है।

PoK के लोग प्रधानमंत्री मोदी के मुरीद

PoK के लोग आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुरीद हैं. पाकिस्तानी सरकार और सेना के जुल्म से यहां के नागरिक इस कदर परेशान हो चुके हैं कि ये पीएम मोदी से अपील कर रहे हैं कि उन्हें भी भारत में शामिल कर लिया जाए. POK के नागरिक जानते हैं कि पाकिस्तान की सरपरस्ती में उनके बच्चों को हथियार मिलेंगे, तो भारत की सरपरस्ती में उनके बच्चों को सुरक्षित भविष्य मिलेगा और गृहमंत्री अमित शाह ने पिछले साल दिसंबर में भी दो बार ये कहा था कि POK का भारत में विलय तय है.इसके अलावा, PoK के भारत में विलय के पीछे कुछ अन्य कारण भी है, जिसमें एक ये कि पाकिस्तान की सेना कमजोर हो गई है, उसके पास अवैध कब्जे को संभालने की ताकत नहीं बची है।

PoK के मामले पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान अलग-थलग भी पड़ गया है, जिसके बाद शहबाज सरकार के अंदर बेचैनी है. कोई देश अब खुलकर PoK के मामले पर पाकिस्तान के साथ खड़ा नहीं दिख रहा है. पिछले दिनों पीएम मोदी ने श्रीनगर का दौरा भी किया था, उस दौरान जो तस्वीर सामने आई थी, उससे साफ जाहिर था कि अब जम्मू-कश्मीर में हालात बदल गए हैं. घाटी में लगातार हो रही तरक्की का PoK के लोगों पर असर पड़ा है।

अब बात करते हैं गृह मंत्री अमित शाह के उस ऐलान की, जिससे PoK के लोग जय-जय हिंदुस्तान करने लगे हैं. PoK को लेकर मोदी सरकार की प्रतिबद्धता ने दुश्मन पाकिस्तान को संकेत दे दिया है कि वो दिन अब दूर नहीं, जब कंगाली की कगार पर पहुंच चुके नापाक पाकिस्तान को अपनी करतूत का खामियाजा भुगतना होगा. मोदी सरकार ने आर्टिकल 370 हटाकर जिस तरह कश्मीर में विकास की गंगा बहाई है. उसमें आज PoK का हर नागरिक अपने भविष्य के सपने देख रहा है. PoK के लोग पाकिस्तान से आजादी मांग रहे हैं और कहा जा रहा है कि PoK की आजादी की तारीख भी तय हो गई है।

सरकार का ब्लू प्रिंट तैयार..PoK अब नहीं रहेगा सीमा पार

76 साल से हिंदुस्तान के जिस टुकड़े पर पाकिस्तान ने अत्याचार और शोषण की पराकाष्ठा पार की है. अब भारत के उस हिस्से में तिरंगा फहराने का वक्त नजदीक आ गया है. मोदी सरकार का अगला लक्ष्य कश्मीर का एकीकरण है और गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में कहा था कि पाक अधिकृत कश्मीर की 24 सीटों को आरक्षित रखा गया है, क्योंकि ये हिंदुस्तान का ही हिस्सा है और इसे हमसे कोई नहीं छीन सकता. अब एक बार फिर से गृह मंत्री अमित शाह ने साफ कर दिया है कि PoK न सिर्फ हमारा है, बल्कि PoK में रहने वाले सभी लोग भी भारत के ही हैं।

अमित शाह ने कहा है कि PoK भारत का हिस्सा है, PoK के सभी लोग भारतीय हैं, PoK के सभी हिंदू हमारे लोग हैं, PoK के मुसलमान भी हमारे हैं. अमित शाह का ये बयान इस बात का प्रमाण है कि भारत सरकार POK को वापस लेने के लिए अटल है, अडिग है, क्योंकि PoK सिर्फ जमीन का एक टुकड़ा नहीं जिसे पाकिस्तान ने दगाबाजी से हथिया लिया था. बल्कि PoK में भारत के प्राण हैं. PoK को वापस लेना भारत के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न नहीं, बल्कि PoK भारत का अभिन्न अंग है।

दरअसल आर्टिकल 370 हटने के बाद जिस तरह से कश्मीर अमन की राह पर बढ़ रहा है. भारत का अभिन्न अंग बनकर देश के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहा है. नए भारत के इस नए कश्मीर को देखकर दुश्मनों का कलेजा जल रहा है. एक तरफ कश्मीर में फिर से वो नजारा लौट आया है, जिसके लिए कश्मीर को धरती का स्वर्ग कहा जाता है. तो दूसरी ओर कश्मीर के दूसरे हिस्से यानि PoK में विरोध की वो ज्वाला धधक रही है, जिससे पाकिस्तानी हुक्मरानों की नींद उड़ी हुई है।

भारत में कश्मीर अमन बहाली के बाद विकास की नई ऊंचाई छू रहा है. तो दूसरी ओर पाक अधिकृत कश्मीर के लोग पाकिस्तानी सरकार और सेना के जुल्म के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं. भारत में विलय की मांग उठा रहे हैं. वहीं अब भारत के लोगों को भी लगने लगा है कि जल्द ही PoK भी अखंड भारत का हिस्सा बनने वाला है, जिसका जिक्र 6 अगस्त 2019 को गृहमंत्री अमित शाह ने अपने संसद में दिए बयान में भी किया था.PoK की भारत वापसी की पक्की वजह क्या है?

ये वही PoK है जिसे लेकर देश की संसद से लेकर विदेश के कई बड़े मंच तक भारत शपथ ले चुका है. भारत कह चुका है कि PoK खाली करो. पूरा कश्मीर भारत का था और अब भारत का होगा और PoK की भारत वापसी का प्लान बहुत बड़ा है. इसके लिए डिप्लोमैटिक लेवल पर सारी तैयारियां की जा चुकी हैं. आइए, जानते हैं कि PoK की भारत वापसी की पक्की वजह क्या है?

देश की संसद से लेकर UN तक में भारत PoK को लेकर ऐलान कर चुका है

पाक की सत्ता इतनी कमजोर है कि अवैध कब्जे को संभालने की उसकी ताकत नहीं बची है.
पाकिस्तानी सेना की बर्बरता और आर्थिक तबाही से POK के लोगों के अंदर बेचैनी है।
कोई देश अब खुलकर पाकिस्तान के साथ नहीं है, इससे पाकिस्तान अलग-थलग पड़ चुका है.
जम्मू-कश्मीर में तरक्की का भी POK के लोगों पर बड़ा असर हुआ है और वो लोग अब जय-जय हिंदुस्तान करने लगे हैं।

कश्मीर की संपूर्ण संप्रभुता सुनिश्चित करना भारत का अगला मिशन

अब भारत के लिए कश्मीर की संपूर्ण संप्रभुता सुनिश्चित करना ही अगला मिशन है और वो बिना PoK हासिल किए पूरा नहीं हो सकेगा. वहीं, पीएम मोदी की अगुवाई में जिस तरह से भारत का कद दुनिया में बढ़ा है. उसमें PoK के लोग अपना भविष्य देख रहे हैं. खुशहाल जिंदगी और आतंक से आजादी का जो सपना PoK के लोग आंखों में संजोए हुए हैं. उसके लिए उनकी उम्मीद सिर्फ भारत पर टिकी है. वहीं भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी पहले ही साफ कर चुके हैं कि पाक अधिकृत कश्मीर भारत का हिस्सा था, हिस्सा है और हिस्सा रहेगा।

PoK में आम हो चुके हैं पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन

PoK में पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आम हो चुके हैं, तो गिलगित बाल्टिस्तान तक लोग पाकिस्तानी सरकार के विरोध में सिर उठाने लगे हैं. ऐसे में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पाकिस्तान को पहले की चेता चुके हैं कि अगर उसके हुक्मरानों और सेना के जुल्म बंद नहीं हुए, तो वो दिन दूर नहीं जब पाकिस्तान खंड-खंड हो जाएगा. वहीं, केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह भी इस बात का इशारा कर चुके हैं कि PoK जल्द ही भारत का हिस्सा बन सकता है. वीके सिंह की मानें तो भारत के लोगों को सिर्फ धैर्य रखना है और PoK तो भारत में अपने आप ही शामिल हो जाएगा।

PoK को लेकर भारत का स्टैंड क्या है?

पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर पर भारत का स्टैंड क्या है, इसकी बानगी आपको विदेश मंत्री एस जयशंकर के बयान में भी देखने को मिल जाएगी। जिन्होंने साफ-साफ कहा था कि पाकिस्तान का कश्मीर से कोई लेना देना नहीं है. पाकिस्तान से सिर्फ एक ही बात पर चर्चा हो सकती है कि वो ये कि पाकिस्तान PoK खाली कब करेगा।

पाक अधिकृत कश्मीर में उठती विरोध की लपटें इस बात की साक्षी हैं कि पाकिस्तान के जुल्म से परेशान वहां के नागरिक अब भारत का हिस्सा बनने के लिए बेकरार हैं. उसी अखंड भारत का, जिसका हिस्सा वो सदियों से रहे हैं. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीति की वजह से पाकिस्तान में कोहराम मच गया है, जिससे पाकिस्तानी हुक्मरानों का रात की नींद और दिन का चैन छिन चुका है. क्योंकि अगर PoK में विद्रोह की आग भड़कती है, तो ऐसा ज्वालामुखी फटेगा, जो पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को खाक कर देगा और पाक अधिकृत कश्मीर को उस अखंड भारत का हिस्सा बना देगा, जो इसका असली हकदार है।