Headlines
Loading...
मुख्तार अंसारी की हालत बेहद गंभीर, बांदा जेल से आईसीयू में कराया गया भर्ती, प्रशासन द्वारा  बुलाया गया पूरा परिवार हॉस्पिटल में मौजूद,,,।

मुख्तार अंसारी की हालत बेहद गंभीर, बांदा जेल से आईसीयू में कराया गया भर्ती, प्रशासन द्वारा बुलाया गया पूरा परिवार हॉस्पिटल में मौजूद,,,।

Mukhtar Ansari Health: उत्तर प्रदेश स्थित बांदा जेल में बंद मुख़्तार अंसारी की हालत काफ़ी गंभीर है। जानकारी के मुताबिक पूरे परिवार को प्रशासन द्वारा बांदा बुलाया गया है। मीडिया के पास वो वायरलेस मैसेज है जो बांदा जेल से आज सुबह मुख़्तार के परिवार को भेजा गया है। इसमें लिखा है कि जीवन रक्षार्थ उसे तत्काल बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जा रहा है। मुख़्तार अंसारी के बड़े भाई अफ़जाल, पत्नी अफशां और बेटे उमर को वायरलेस से मेसेज देकर तुरंत बुलाया गया। महमूदाबाद थाने पर भेजा गया वायरलेस मैसेज परिवार को मिल गया है और पूरा परिवार अस्पताल में उपस्थित है। 

परिवार का आरोप है कि खाने में धीमा ज़हर दिया गया है। परिवार का आरोप - उसरीचट्टी मामले में गवाही से रोकने के लिए ये सब किया गया है। उसरीचट्टी में ब्रजेश सिंह के ख़िलाफ़ गवाही देनी है। मुख़्तार को उसरीचट्टी साल 2001 का बड़ा कांड है जिसमें मुख़्तार और ब्रजेश के बीच जमकर गोलीबारी हुई थी. इसमें मुख़्तार को गोली लगी थी। इस मामले में मुख़्तार की गवाही होनी है।

मेडिकल कॉलेज ने जारी किया बुलेटिन

उधर मुख्तार अंसारी की सेहत को लेकर मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने प्रेस रिलीज जारी किया। प्रेस रिलीज के मुताबिक मुख्तार की हालत अभी स्थिर है। मुख्तार के पेट मे जो समस्या थी उसका इलाज किया गया है जिससे उसके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। 

मेडिकल कॉलेज की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन में कहा गया है कि मुख्तार अंसारी उम्र-62वर्ष/मु. पता-जिला जेल, बांदा 26-03-2024 को सुबह 03:55 बजे दर्द की शिकायत के साथ आरडीएमसी बांदा में भर्ती कराया गया, पेट में दिक्कत थी। मरीज भर्ती है और उपचार शुरू हो गया है। मरीज की हालत फिलहाल स्थिर है।

इसके अलावा मुख्तार अंसारी के वकील नसीम हैदर ने कहा कि उनके पेट में बुहत ज्यादा तकलीफ है। हालत हल्की फुल्की ठीक है। दूसरी ओर मुख्तार से मिलने बांदा पहुंचे परिजनों का दावा है कि उन्हें मुख्तार अंसारी से मिलने नही दिया गया। परिजन ने कहा कि जेल प्रशासन से लिखित आदेश लाये। परिजनों की मांग है कि बाहर बड़े अस्पताल में मुख्तार का इलाज प्रशासन कराए। फिलहाल मेडिकल कॉलेज के icu में मुख्तार का इलाज चल रहा है।