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यूपी प्रयागराज : लाइट के बिना 8 साल से जिंदगी गुजारने को है मजबूर परिवार ,,जानें क्या है मामला ?

यूपी प्रयागराज : लाइट के बिना 8 साल से जिंदगी गुजारने को है मजबूर परिवार ,,जानें क्या है मामला ?


प्रयागराज के पॉश इलाके में शुमार प्रीतम नगर में ये परिवार झुलसाने वाली गर्मी से लेकर कड़ाके की ठंड तक में अंधेरे में ही जिंदगी गुजार रहा था. अब इस परेशानी से निजात पाने के लिए परिवार ने घर में सोलर लाइट लगा ली है.

मामले में बड़े-बड़े अफसरों की चौखट से लेकर मुख्यमंत्री के दरबार तक न्याय की गुहार लगाई. मगर, नतीजा सिफर रहा. पीड़ित परिवार का आरोप है कि दोषी अधिकारी पर कार्रवाई के बजाय उन्हें प्रमोशन दे दिया गया.

रविंद्र कुमार जौहरी प्रीतम नगर कॉलोनी के एलआईजी फ्लैट में रहते है. वो बीपीसीएल में एग्जीक्यूटिव ऑफिसर पद से साल 2008 में रिटायर हुए थे. इनकी बेटी आगरा के ICMR प्रोजेक्ट में काम करती थी.

साल 2012 में उसे केमिकल रिएक्शन हो गया. इसके बाद पूरा परिवार आगरा में बेटी के साथ रहने चला गया. साल 2014 में बेटी की मौत हो गई. इसके बाद 2015 में परिवार आगरा से प्रयागराज वापस अपने घर लौट आया.

इसके बाद बिजली विभाग ने बिजली का लंबा-चौड़ा बिल भेज दिया. पीड़ित परिवार का आरोप है कि उस समय के तत्कालीन एसडीओ उमाकांत ने कार्यालय के बार-बार चक्कर लगवाए. तब-तक बिल बढ़कर कर बीस हजार रुपये हो गया और बिना बताए उनका बिजली का कनेक्शन काट दिया गया.

पीड़ित परिवार को जब कहीं से न्याय नहीं मिला, तो विद्युत व्यथा निवारण फोरम (सीजीआरएस) का दरवाजा खटखटाया. वहां से आदेश हुआ कि चार हजार रुपये जमा करा कर कनेक्शन शुरू कर दिया जाए.

परिवार ने पैसे भी जमा कर दिए, लेकिन बिजली विभाग ने आदेश को दरकिनार करते हुए आज तक कनेक्शन नहीं दिया. रविंद्र जौहरी की मांग है कि दोषी अधिकारी के खिलाफ विभाग कार्रवाई करे.

मामले में ऊर्जा विभाग के मंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर ने कहा, "प्रयागराज चीफ को निर्देशित किया है. मामला पुराना है और इसकी जानकारी अधिकारियों के संज्ञान में नहीं थी. मैंने अधिकारियों को जांच करके कार्रवाई करने का निर्देश दिया है."

ऊर्जा मंत्री ने ये भी कहा कि सरकार और महाराज जी की मंशा है कि सभी उपभोक्ता को सही सुविधा प्रदान कर सकें. परिवार को न्याय जरूर मिलेगा.

इस मामले में चीफ इंजीनियर विनोद कुमार गंगवार ने बताया, "इस पूरे प्रकरण की हम लोग जांच कर रहे हैं. जांच में जो तथ्य सामने आएंगे और इस संबंध में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी."