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बनारसी लंगड़ा आम व वाराणसी के देसी पान को मिला जीआई टैग, 25,500 करोड़ से अधिक का सालाना कारोबार,,,।

बनारसी लंगड़ा आम व वाराणसी के देसी पान को मिला जीआई टैग, 25,500 करोड़ से अधिक का सालाना कारोबार,,,।



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एजेंसी डेस्क : (लखनऊ,ब्यूरो)।काशी क्षेत्र के चार और उत्पादों को जीआइ (भौगोलिकपहचान)  मिला है। इनमें बनारसी लंगड़ा आम, बनारसी देसी पान, रामनगर का भंटा (बैंगन) व आदमचीनी चावल हैं। इससे काशी क्षेत्र में जीआइ उत्पादों की सूची 18 से बढ़कर 22 हो गई है। प्रदेश में जीआइ उत्पादों की संख्या 45 हो गई है।

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25,500 करोड़ का सालाना कारोबार होता है,,,,,,,

प्रदेश के 20 उत्पादों का जीआई टैग के लिए आवेदन किया गया था। लंबी प्रक्रिया के बाद 11 को देश की बौद्धिक संपदा में शुमार कर लिया गया है। अगले माह के अंत तक बाकी नौ उत्पाद भी इसमें शामिल हो जाएंगे। 

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इनमें बनारस का लाल पेड़ा, तिरंगी बर्फी, बनारसी ठंडई और बनारस के लाल भरवा मिर्च के साथ चिरईगांव का करौंदा भी होगा। बनारस एवं पूर्वांचल के सभी जीआइ उत्पादों से 20 लाख से अधिक लोग जुड़े हैं। इनका 25,500 करोड़ रुपये से अधिक का सालाना कारोबार होता है।

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इनके अलावा सात ओडीओपी उत्पादों अलीगढ़ी ताले, हाथरस की हींग, मुज्जफरनगर का गुड़, नगीना वुड कार्टिंग, बखीरा ब्रासवेयर, बांदा के पत्थर क्राफ्ट व प्रतापगढ़ के आंवला को भी जीआई टैग प्राप्त हुआ है।