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 कानपुर: विकास दुबे से भी बड़ा वाला हूं.... भाग जाओ वरना..., सनकी कारोबारी ने पुलिस को धमकाया

कानपुर: विकास दुबे से भी बड़ा वाला हूं.... भाग जाओ वरना..., सनकी कारोबारी ने पुलिस को धमकाया


कानपुर l श्याम नगर में घरेलू विवाद को लेकर शेयर कारोबारी ने जमकर तांडव मचाया। पूरे परिवार की पिटाई कर कमरे में बंधक बना लिया। दहशत फैलाने के लिए सरेआम मोहल्ले में ताबड़तोड़ फायरिंग की।

आसपास के लोग डर के मारे घरों में कैद हो गए। सूचना पर फोर्स के साथ पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे और कारोबारी का घर चौतरफा घेरकर मोर्चा लिया। यह देखकर सनकी कारोबारी ने पुलिस पर ही गोलियां चलानी शुरू कर दीं। श्याम नगर में तीन घंटे तक ताबड़तोड़ फायरिंग के बीच दहशत का आलम था। 40 राउंड तक इस कदर गोलियां चलती रहीं मानो कोई गैंगवार छिड़ा हो। इस बीच शेयर कारोबारी राजकुमार ने अफसरों को हवा में फायरिंग कर धमकी दी-मैं विकास दुबे से भी बड़ा वाला हूं, भाग जाओ।

इस पर पुलिस ने उससे संवाद शुरू किया। अधिकारियों ने कहा कि वह सरेंडर कर दे। कारोबारी, संवाद में भी धमकी देता रहा।

उधर, गोलियों की तड़तड़ाहट से पूरा इलाका थर्रा उठा। पुलिस ने सूझबूझ का परिचय दिया नहीं तो मामला बड़ा हो सकता था। गोलियां चलाने वाले शेयर कारोबारी राजकुमार दुबे को बातों में उलझाया और धर-दबोचा। कारोबारी का पूरा परिवार कमरे में बंधक बना हुआ था। पीएसी रोड पुल की ओर चलने पर परिणय गेस्ट हाउस के पीछे वाली सड़क पर स्थित चंद्र निवास से दोपहर को अचानक फायरिंग शुरू हो गई। परिवार को कमरे में बंद करने के बाद दोनाली बंदूक लेकर फायरिंग करते राजकुमार के सिर पर दहशत फैलाने का जुनून सवार था।

पुलिस के पहुंचने पर उसने गेट के बाहर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। पुलिस के वाहन का शीशा चटक गया। दरोगा, सिपाही व होमगार्ड के छर्रे लगने से पुलिस सतर्क हो गई। इसके बाद अफसर आए और भारी फोर्स के साथ मकान को घेर लिया। अधिकारियों ने एड्रेस सिस्टम से बातचीत शुरू की। कारोबारी ने शर्तें रखीं। अफसरों ने मानने का आश्वासन दिया। इसके बाद वह राजी हुआ।


डीसीपी ईस्ट प्रमोद कुमार व रेलबाजार थाना प्रभारी निरीक्षक ने पब्लिक एड्रेस सिस्टम से उससे बात करना शुरू की। अधिकारियों को पता चला कि कारोबारी चित्रकूट का मूल निवासी है। डीसीपी बोले कि वह चित्रकूट के हैं। संजय पांडेय बोले कि वह अयोध्या के हैं। दोनों भाई-भाई हैं। इस पर बातचीत शुरू हुई। कारोबारी ने शर्त रखी कि गिरफ्तारी न की जाए।


आरके दुबे के घर के सामने रहने वाले आरके सिंह के लोहे के गेट से गोली आर-पार होकर दीवार से टकरा गई। सिंह के बगल में रहने वाले आर शर्मा के घर की दूसरी मंजिल में गोली कूलर की टंकी को पार करते हुए दीवार से टकरा गई। यहां बच्चा दिव्यांश था। वह बच गया। पड़ोसी सुमित त्रिवेदी के घर की दूसरी मंजिल में लगी शीशे की रेलिंग में गोली लगने से शीशा चकनाचूर हो गया। सुमित ने बताया कि आरके दुबे उन घरों को निशाना बना रहे थे जहां पुलिस जा रही थी। पड़ोसी प्रशांत ने बताया कि झांककर देखा तो आरके दुबे छत से गोली चला रहे थे।


कारोबारी केवल अधिकारियों को ही अंदर आकर बात करने को बुलाया। उसके बंदूक नीचे रखने के बाद भी अधिकारी डरते रहे कि कहीं तमंचा न हो। फिर हिम्मत कर अंदर गए। कारोबारी के बेटे की शिकायत पर पुलिस सुबह ही जांच को घर आई थी। कारोबारी सरेंडर करने के पहले घर आए पुलिस कर्मचारियों के निलंबन करने की शर्त पर अड़ा रहा। इस पर डीसीपी ने मोबाइल पर एक कागज पर बहलाने के लिए आदेश मंगाया। यह देखकर वह सरेंडर को राजी हुआ। पिता के पुलिस पर गोली चलाने की सूचना पर पहुंचा छोटा बेटा राहुल पत्नी के साथ पहुंचा। फायरिंग थमने के बाद भी पुलिस ने उसे काफी देर तक बाहर ही रोका। राहुल बोला कि उसके होश उड़ गए। उसे लगा कि बिकरू जैसा कांड हो सकता है।


छोटे बेटे राहुल ने बताया कि उनके पिता वर्ष 2003 में छत से कूद गए थे। उंसके बाद से वह मानसिक बीमारी से ग्रसित हैं। उनका इलाज भी डॉ. महेंद्रू के यहां चल रहा है। इसके अलावा उनके बड़े भाई सिद्धार्थ इस समय ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी में वर्कफ्रॉम होम कर रहे हैं। भाई की एक साल 8 जुलाई 2021 को शादी हुई थी। तब से पिता उन्हें घर में बैठकर रोटी तोड़ने का ताना देते थे। साथ ही भाई से घर छोड़ने के लिए कहते थे। राहुल ने बताया एक माह पहले उनकी भी शादी हुई थी। पिता के इस व्यवहार से तंग आकर वह पत्नी जॉय श्री के साथ अलग रहने लगे थे।


कारोबारी ने पूछताछ में बताया कि बेटा-बहू परेशान करते हैं। पुलिस कर्मचारियों का निलंबन का झूठा आदेश दिखाकर उसे समझाया। डीसीपी पूर्वी का कहना है कि 40 गोलियां चली हैं। घर में एक लाइसेंसी रिवाल्वर भी है। रिवाल्वर नहीं मिला है। दरोगा के हाथ, सिपाही के उंगली और होमगार्ड के पैर में लगे छर्रे लगे हैं।


बहू जॉयश्री ने बताया कि आरके दुबे बड़े बेटे और बहू से घर छोड़ने की बात करते हैं। रविवार को इसी को लेकर विवाद हुआ। उन्होंने न सिर्फ पीटकर बंधक बनाया, बल्कि दोनों पर पेट्रोल डालकर आग लगाने की धमकी भी दी। बहू ने पुलिस को फोन कर शिकायत की। पुलिस पूछताछ करने आई थी।


पड़ोसी व पुलिस हैरानी जताते रहे कि आरके दुबे की पत्नी उन्हें कारतूस दे रही थी। लोगों का आरोप है कि वह किसी से ठीक से बात नहीं करता है। इससे पहले भी आरोपित इलाके में गोलियां चला चुका है। एक पड़ोसी ने बताया कि लगभग पांच साल पहले भी घर के सामने रहने वाले पड़ोसी से नाली के विवाद में भी उसने फायर किए थे। पुलिस ने उसे पकड़ा था।




पुलिस ने राजकुमार की पत्नी के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर ली है। ऐसे में उसे भी आरोपित बनाया गया है। वायरल वीडियो में इसका हुआ है। इसमें वह किसी के वीडियो बनाने पर देख लेने की धमकी दे रही हैं।


कारोबारी ने 40 राउंड फायरिंग की थी। पुलिस को उसके पास से लगभग 70 कारतूस मिले हैं। एक लाइसेंस पर 100 कारतूस होने के बिंदु पर भी पुलिस पड़ताल कर रही है। कारोबारी का रिवॉल्वर अभी बरामद नहीं हुआ है। फायरिंग के दौरान पत्नी उसे थैले से कारतूस निकाल कर दे रही थी। उसने पुलिस को भी बुला-भला भी कहा।


फायरिंग में घायल दरोगा हिमांशु त्यागी पर कारोबारी पकड़े जाने के बाद भी चिड़चिड़ाता रहा। उसने अधिकारियों से कहा कि हिमांशु बहू की शिकायत पर सुबह जांच करने आए थे। उस समय भी उससे झड़प हुई। हिमांशु भी बेटे व बहू के फोन पर की गई शिकायत पर आ चुके थे। आरके दुबे आरोप लगा रहा था कि बहू और बेटे के कहने पर उसे बार-बार थाने पकड़ करके ले जाया जाता है। कुछ दिन पहले पिता-पुत्र का विवाद पर थाने में दोनों पक्षों को समझाया गया था।