यूपी के फतेहपुर जिले में जज साहब ने लगाई अदालत, माफिया बड़कू सिंह की जमीन की कराई पैमाइश, हाईकोर्ट को भेजी रिपोर्ट...
Fatehpur News: सरकारी जमीनों में कब्जे के अनेकों मामले सामने आए और प्रशासन ने बुलडोजर की कार्रवाई भी की, लेकिन यूपी के फतेहपुर जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां डीएम या एसडीएम नहीं बल्कि सीधे जज साहब मामले की जांच करने के लिए मौके पर जा पहुंचे। इस दौरान उनके साथ भारी पुलिस बल भी उनके साथ मौजूद रहा। प्रशासनिक अधिकारी हाईकोर्ट के सख्त आदेश के बाद दो दिन से लगातार भूमि की पैमाइश में लगे रहे।
दरअसल, मामला जिले के भिटौरा ब्लॉक के जामरावां ग्राम पंचायत का है, जंहा पूर्व प्रधान पति धर्मेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ बड़कू सिंह की तूती बोलती है. पिछले 30 वर्षों से गांव की प्रधानी उनके ही हाथ मे रहती है, जिससे गांव की 15 से 20 बीघे सरकारी भूमि पर कब्जा कर वंहा ईंट भट्ठा, गैस एजेंसी, दर्जनों दुकानें बनवाकर कब्जा कर लिया. इसकी शिकायत साल 2018 में गांव के फूलचंद्र मौर्य ने हाईकोर्ट में की।
जज की मौजूदगी में हुई माफिया के जमीन की नाप
इस कब्जे की शिकायत के बाद जज साहब ने गांव में अदालत लगाकर बाहुबली नेता धर्मेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ बड़कू सिंह के द्वारा किये कब्जे की नाप कराई. बताया जाता है कि बाहुबली बड़कू सिंह जिसकी सरकार आती है उसी की टोपी पहन लेते है और क्षेत्र में अपना रुतबा कायम रखते हैं. मगर इस बार हाईकोर्ट ने मामला बड़ी गंभीरता से लिया और कब्जे की भूमि की नापजोख सीधा जज साहब को सौंपी।
शिकायतकर्ता फूल चंद्र मौर्य ने बताया कि लगभग 15-20 बीघे बंजर, गौचर, ग्रामसमाज, कब्रिस्तान और तलाबी भूमि पर वर्ष 2018 में पत्नी अल्का सिंह के प्रधानी कार्यकाल में कब्जा कर उसमें ईंट भट्टा, और दर्जनों दुकानें बनाकर किराए पर उठा दिया. हाईकोर्ट ने मामले को संज्ञान में लिया और भूमि की पैमाइश कर ध्वस्तीकरण के आदेश दिए जिस पर जज साहब सहित SDM मौके पर आकर पैमाइश किया।
सील बंद लिफाफे में हाईकोर्ट भेजी जाएगी रिपोर्ट
सीनियर डिवीजन सिविल जज संदीप कुमार अपने पेशकार सहित SDM अर्चना त्रिपाठी और नायाब तहसीलदार,राजस्व कर्मियों की टीम और भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच प्रभावशाली धर्मेन्द्र प्रताप सिंह को नजरबंद कर नाप-जोख कराई। वहीं SDM अर्चना त्रिपाठी ने बंद कैमरे में बताया कि हाईकोर्ट के आदेश पर धर्मेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा सरकारी भूमि पर कब्जे की शिकायत थी, जिसकी दो दिन से नापजोख की गई है। रिपोर्ट जज साहब के सामने सीलबंद कर हाईकोर्ट भेजी जाएगी।
Author : संदीप केशरवानी