कमिश्नर, ACP, DCP हुए सस्पेंड, RCB, KCA के अधिकारी होंगे गिरफ्तार, बेंगलुरु में भगदड़ के बाद सरकार का बड़ा फैसला, जॉच CID करेगी...
बेगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास मची भगदड़ के बाद सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। बेंगलुरु सिटी पुलिस कमिश्नर को संस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही कई पुलिस अधिकारियों पर गाज गिरी है। ACP को भी सस्पेंड किया गया है। इसी इलाके के DCP सेंट्रल को सस्पेंड किया गया है। इसके साथ-साथ क्रिकेट स्टेडियम की जिम्मेदारी संभाल रहे कई अधिकारी भी सस्पेंड किए गए हैं।
रिटायर जज करेंगे मामले की जांच
CM की मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लंबे समय तक चली बैठक में फैसला लिया गया है कि इस घटना की रिटायर्ड जज के नेतृत्व में जांच कराई जाएगी। इस पर मैनेजर की भी गिरफ्तारी की जाएगी। इसके साथ इवेंट मैनेजमेंट कमेटी पर भी कार्रवाई होगी, मामले में जो भी दोषी हैं, आयोजनकर्ता की भी गिरफ्तारी होगी।
यह फैसला लेते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि मामले में जो भी लोग जवाबदेह हैं, सभी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। जानकारी के मुताबिक, कब्बन पार्क इंस्पेक्टर, एसीपी, डीसीपी सेंट्रल, अतिरिक्त आयुक्त और आयुक्त निलंबित किए गए हैं। सीएम ने कहा कि हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज न्यायमूर्ति माइकल डी'कुन्हा की अध्यक्षता में हमने आयोग गठित किया है। आरसीबी, इवेंट मैनेजर डीएनए, केएससीए, जिन्होंने उनका प्रतिनिधित्व किया था, हमने उन्हें गिरफ्तार करने का निर्णय लिया है।"
सीएम ऑफिस की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि आरसीबी के जश्न के दौरान हुई भगदड़ की घटना बेहद दुखद है। आज की कैबिनेट बैठक में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की गई और मामले पर गंभीरता से चर्चा की गई।
बैठक में लिए गए कई फैसले
* रिटायर हाई कोर्ट जज न्यायमूर्ति माइकल कुन्हा के नेतृत्व में एक सदस्यीय आयोग का गठन किया गया है।
* आरसीबी, कार्यक्रम आयोजक डीएनए एंटरटेनमेंट और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) तीनों संगठनों के प्रतिनिधियों को गिरफ्तार करने के लिए कानूनी कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। उनके खिलाफ पहले ही एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।
* कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर, क्षेत्र के एसीपी, सेंट्रल डिवीजन के डीसीपी, स्टेडियम के प्रभारी अतिरिक्त आयुक्त और बेंगलुरु सिटी पुलिस आयुक्त को सस्पेंड कर दिया गया है।
* प्रथम दृष्टया इन अधिकारियों की घोर लापरवाही और गैरजिम्मेदारी देखी गई है, जिसके कारण उन्हें निलंबित करने का निर्णय लिया गया।
* विधायक, मंत्री, उपमुख्यमंत्री या मुख्यमंत्री के रूप में मेरे कार्यकाल के दौरान ऐसी घटना नहीं हुई है। इस त्रासदी ने हमें बहुत झकझोर दिया है।
सीएम ऑफिस की तरफ जारी बयान में कहा गया कि हम इस त्रासदी में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं और उनके परिवारों को भरोसा दिलाते हैं कि सरकार उनके साथ खड़ी है। कल जारी आदेश के अनुसार, मजिस्ट्रेट जांच शुरू हो चुकी है। घटना से जुड़ी कुछ प्रारंभिक जानकारी मिलने के बाद, इस मामले पर कैबिनेट की बैठक में चर्चा की गई। तीनों संगठनों के खिलाफ जांच अब सीआईडी को सौंप दी गई है।