'हम लेकर रहेंगे PoK, इसलिए J&K में रिजर्व रखीं हैं सीटें', इंडोनेशिया में पाकिस्तान पर जमकर बरसे सलमान खुर्शीद...
पीटीआई, जकार्ता। भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बीच अब पीओके की मांग फिर से तेज हो गयी है। सत्ता पक्ष ही नहीं विपक्ष से ओर से भी इस मांग को लेकर चर्चा जारी है। इस बीच कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद और उनके साथ इंडोनेशिया गए ऑल पार्टी डेलिगेशन के सदस्यों ने इस मांग की फिर से दोहराया है। इंडोनेशिया में पाकिस्तान की नापाक हरकतों को बेपर्दा करते हुए सलमान खुर्शीद ने कहा कि भारत ने साफ तौर पर कहा है कि बातचीत तभी हो सकती है जब पाकिस्तान की शांति के प्रति प्रतिबद्धता स्पष्ट हो, जिसमें सिंधु जल संधि पर बातचीत भी शामिल है।
'हमें पीओके मिलना चाहिए'
कांग्रेस नेता ने कहा, "भारत की संसद में लंबे वक्त से एक सर्वसम्मत प्रस्ताव है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को फिर से खाली किया जाना चाहिए और भारत को वापस दिया जाना चाहिए और जैसा कि आप जानते हैं कि जम्मू-कश्मीर की विधानसभा के लिए उस इलाके की कुछ सीटें खाली रखी गई हैं, ये सिर्फ इस कारण खाली रखा गया है क्योंकि यह हमारी लंबे समय से चली आ रही प्रतिबद्धता है कि ये इलाका हमें वापस मिलना चाहिए।"
खुर्शीद ने आगे कहा कि शांति स्थापित करने की कोशिशों को पाकिस्तान ने नकार दिया है, क्योंकि वह सालों से भारत पर हमले करता रहा है।
दूसरी बात यह है कि सरकार ने इसे दोहराया है, क्योंकि आप जानते हैं कि अक्सर सवाल पूछे जाते हैं कि क्या आप बात करेंगे, क्या आप बात नहीं करेंगे, वगैरह। हमने अपनी पीड़ा जाहिर की है कि बातचीत और समझौता करने के बार-बार किए गए प्रयासों को पाकिस्तान ने बाद में किए गए हमले और पिछले कुछ सालों में हुए कई हमलों के जरिए धोखा दिया है।
सलमान खुर्शीद, कांग्रेस नेता
खुर्शीद ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को खत्म करने के लिए कई कदम उठाए और उसके बाद उनके जवाबी हमले को भारत ने बेअसर कर दिया।
'पाक के हमले को हमने की किया बेअसर'
उन्होंने कहा, "इसलिए यह साफ हो गया है कि अब हम कई कदम उठा रहे हैं, हमने जो कदम उठाए हैं, उन्हें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों को खत्म करने के लिए गतिशील कदम कहा जाता है, जो कि हमने पहली चीज की है। और फिर जब आगे कोई जवाबी कार्रवाई हुई तो हमने उस जवाबी कार्रवाई का जवाब उस आधार को बेअसर करके दिया, जिससे जवाबी कार्रवाई आ रही थी।"
खुर्शीद ने यह भी कहा कि इंडोनेशिया ने उम्मीद से कहीं ज्यादा समर्थन दिखाया है। कांग्रेस नेता ने कहा, "मेरा मानना है कि इंडोनेशिया ने हमारी अपेक्षा से कहीं अधिक सहयोग किया और हमने इसके लिए अपना आभार व्यक्त किया। उन्होंने राष्ट्रपति की ओर से पहले से ही आए शोक और समर्थन संदेशों को दोहराया और आसियान मुख्यालय आदि से भी आए संदेशों को दोहराया और उन्होंने बहुत रुचि दिखाई, उन्होंने जो समर्थन दिया है उसे दोहराया।"
खुर्शीद ने कहा कि अब तक उन्होंने आसियान के महासचिव से मुलाकात की है और यह बाकी देशों पर निर्भर करता है कि वे अपनी अगली बैठक में इस मामले को आगे बढ़ाते हैं या नहीं।
अब मुद्दा यह है कि आसियान अपनी अगली बैठक में इस मामले को आगे बढ़ा सकता है क्योंकि हम केवल महासचिव से बात करेंगे, लेकिन जहां तक सरकार और इंडोनेशिया के प्रतिनिधियों का सवाल है, वे बहुत-बहुत सहायक थे, जिनमें राजनीतिक दल भी शामिल हैं, जिनमें से कुछ के साथ हम आज भी मिलते रहेंगे।
सलमान खुर्शीद, कांग्रेस
इंडोनेशिया करता है भारत के रुख का समर्थन: सलमान खुर्शीद
खुर्शीद ने कहा कि इंडोनेशिया भारत के रुख का समर्थन करता है और हमले पर पाकिस्तान के झूठे बयानों को खारिज कर दिया गया है। कांग्रेस नेता ने कहा, "वे भारत के रुख के बेहद समर्थक थे और पाकिस्तान में सेना प्रमुख की ओर से जो तथाकथित बयान दिया गया था, उस बयान को हमारी बातचीत में पूरी तरह से नकार दिया गया और खारिज कर दिया गया।"
खुर्शीद एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं। जेडी-यू सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल में अपराजिता सारंगी (भाजपा), टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी, बृज लाला (भाजपा), जॉन ब्रिटास (सीपीआई-एम), प्रदान बरुआ (भाजपा), हेमंग जोशी (भाजपा), सलमान खुर्शीद और मोहन कुमार शामिल हैं।
प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की वैश्विक पहुंच के तहत कई देशों का दौरा कर रहा है। प्रतिनिधिमंडल ने अब तक जापान, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर का दौरा किया है।