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बहावलपुर में भारत के एक्शन के बाद आतंकियों की हुई थी मीटिंग, ISI के अधिकारी भी हुए थे शामिल...

बहावलपुर में भारत के एक्शन के बाद आतंकियों की हुई थी मीटिंग, ISI के अधिकारी भी हुए थे शामिल...

ऑपरेशन सिंदूर के बाद आतंकियों की जान अटकी हुई है. यही कारण है कि वो बौखलाए हुए हैं। भारत से ऑपरेशन सिंदूर का बदला लेने के लिए आतंकियों ने बहावलपुर में एक बड़ी मीटिंग की थी। जैश ए मोहम्मद से जुड़े करीब 200 से ज़्यादा आतंकी और कमांडरों ने इस मीटिंग में हिस्सा लिया। मीटिंग का मकसद भारत से बदला लेना था।

आतंकियों की बहावलपुर में हुई मीटिंग में ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकियों का बदला लेना मकसद था. यह मीटिंग एक खुले मैदान में टेंट लगाकर की गई. मीटिंग में अलग-अलग प्रांतों से जैश के अलावा लश्कर के कई आतंकियों और कमांडरों को बुलाया गया था।

जैश हेडक्वार्टर की खंडहर बिल्डिंग की फोटो से बनाया पोस्टर

सूत्रों के मुताबिक, इस मीटिंग में ISI से जुड़े कई अधिकारी भी शामिल थे. मीटिंग में तय हुआ कि सभी तंजीमो (संगठनों) के कमांडर जिहादियों की अलग अलग मीटिंग लेंगे. जिनमे जहादियो को भड़काऊ तकरीरो के ज़रिए बदला लेने के लिए उकसाया जाएगा।

इस मीटिंग में पोस्टर में ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकियों को शहीद का दर्जा दिया गया. बहावलपुर में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जैश के हेडक्वार्टर पर हुए हमले के वीडियो भी दिखाए गए हैं ऑपरेशन सिंदूर में जैश हेडक्वार्टर खंडहर में तब्दील फोटो का इस्तेमाल पोस्टर पर किया गया।

भारत ने चलाया था ऑपरेशन सिंदूर

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेने और आतंकियों का खात्मा करने के लिए भारतीय सेना की तरफ से ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया था. इस ऑपरेशन के तहत पाक अधिकृत कश्मीर में बने 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया था। भारतीय सेना के इस हमले में पाकिस्तान में मोजूद 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे। यही कारण है कि पाकिस्तान भारत की इस कार्रवाई से बौखलाया हुआ है। 

जिनमें आतंकी मसूद अजहर का परिवार भी शामिल है, जिसमें से मुरीदके लश्कर का हेडक्वार्टर था, जो सालों से आतंक की ट्रेनिंग दे रहा था। जहां कसाब और हेडली ने भी ट्रेनिंग ली थी। इस सबको तबाह कर दिया गया है। भारतीय सेना और पीएम मोदी साफ कर चुके हैं कि अभी ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं हुआ है।