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'ऑपरेशन सिंदूर' के समय जिला कंट्रोल रूम में था जासूस शकूर खान, ISI से है उसका संपर्क...

'ऑपरेशन सिंदूर' के समय जिला कंट्रोल रूम में था जासूस शकूर खान, ISI से है उसका संपर्क...

राजस्थान राज्य, ब्यूरो। पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार कांग्रेस के पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद के PA शकूर खान के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। जैसलमेर के पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने शकूर खान की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान शकूर खान जिला कंट्रोल रूम में ड्यूटी भी दे रहा था। पाकिस्तान के लिए जासूसी के मामले में बीते एक महीने में जैसलमेर से यह दूसरी बड़ी गिरफ्तारी है। इससे पहले भी भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच जैसलमेर से मोहनगढ़ क्षेत्र से एक जासूस पकड़ा गया था।

जानकारी के अनुसार पिछली कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे सालेह मोहम्मद के PA शकूर खान पर सुरक्षा एजेंसियों की लंबे समस से नजर थी। वह कई बार सरकार को जानकारी दिए बिना पाकिस्तान भी जाकर आया था। एजेंसियों को जानकारी मिली थी कि शकूर खान के संबंध पाकिस्तानी दूतावास के एक अधिकारी और आईएसआई से हैं। इसके बाद राजस्थान की सीबी सीआईटी की एक विशेष टीम ने जैसलमेर से शकूर खान को गिरफ्तार कर लिया। शकूर खान सरकारी कर्मचारी है और वर्तमान में अपने गृह जिले जैसलमेर के रोजगार कार्यालय में पदस्थापित है।

आपत्तिजनक पोस्ट की शेयर

जांच में सामने आया कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान वह जिला कंट्रोल रूम में ड्यूटी भी दे चुका है। सुरक्षा एजेंसियों ने खान के मोबाइल फोन ब्त कर लिया है। उसके बैंक खातों की भी जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि उसने अपने मोबाइल फोन से कई आपत्तिजनक पोस्ट भी शेयर की हैं।

जासूस पठान खान का ISI से था संबंध

जैसलमेर में पिछले दिनों भी एक जासूस पठान खान पकड़ा गया था। वह भी सेना से जुड़ी जानकारियां पाकिस्तान एजेंसी आईएसआई को भेज रहा था। इसके खिलाफ ऑफिशयल सीक्रेट एक्ट के तहत जयपुर में मामला भी दर्ज किया गया था। अब सुरक्षा एजेंसियां इस बात का पता भी लगा रही हैं कि क्या शकूर यहां किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा तो नहीं है।

केंद्रीय मंत्री शेखावत का आया बयान

इधर, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस मामले को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद के निजी सचिव को जासूसी के मामले में पुलिस ने हिरासत में लिया है। ये निश्चित तौर पर चिंता का विषय है। इसकी ठीक से जांच होकर जितने भी लोग उसके साथ जुड़े हैं, उन सब की जांच करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वालों को अपने किए की सजा मिलनी चाहिए।