अब नहीं बचेगा पाक,CDS जनरल चौहान जा रहे है सिंगापुर, ऑपरेशन सिंदूर के बाद 40 देशों की मिलिट्री लीडरशिप से होगी बात...
नई दिल्ली। प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल अनिल चौहान 30 मई से एक जून तक सिंगापुर की यात्रा करेंगे। अपनी यात्रा के दौरान वह एशिया के प्रमुख रक्षा एवं सुरक्षा शिखर सम्मेलन शांगरी-ला वार्ता में भाग लेंगे और कई देशों के सैन्य नेतृत्व के साथ बैठक भी करेंगे। रक्षा मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस कार्यक्रम में 40 देशों के नेता हिंद-प्रशांत सुरक्षा चुनौतियों पर चर्चा करेंगे।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यह सम्मेलन रक्षा सहयोग को सशक्त करने, आपसी सुरक्षा हितों पर विचार करने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत की रणनीतिक भागीदारी को बढ़ाने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
तीन दिन के सिंगापुर के दौरे पर
'इंटरनेशनल इंस्टीटयूट फॉर स्टैटजिक अफेयर्स’ द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित शांगरी-ला वार्ता, विश्व भर के रक्षा मंत्रियों, सैन्य प्रमुखों, नीति निर्माताओं और सामरिक विशेषज्ञों को एक साथ लाती है। बयान में कहा गया कि जनरल चौहान शांगरी-ला वार्ता के 22वें संस्करण में सम्मिलित होने के लिए 30 मई से एक जून तक सिंगापुर के दौरे पर रहेंगे।
कई देशों के रक्षा बलों के प्रमुख होंगे शामिल
जनरल अनिल चौहान अपने दौरे में आस्ट्रेलिया, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, जापान, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, फिलीपीन, सिंगापुर, ब्रिटेन और अमेरिका सहित कई देशों के रक्षा बलों के प्रमुखों और वरिष्ठ सैन्य नेतृत्व से द्विपक्षीय बैठक करेंगे। सीडीएस जनरल चौहान शैक्षणिक जगत, 'थिंक टैंक’ और शोधकर्ताओं को संबोधित करेंगे तथा ''भविष्य के युद्ध और युद्धकला” विषय पर संबोधित करेंगे। चौहान कार्यक्रम के तहत विशेष सत्रों में भी भागीदारी करेंगे और ''भविष्य की चुनौतियों के लिए रक्षा नवाचार समाधान” विषय पर अपने विचार व्यक्त करेंगे।
पाक से सटे बॉर्डर पर मॉक ड्रिल
पाकिस्तान सीमा से सटे राज्यों में 31 मई को बड़े पैमाने पर नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल की जाएगी। यह अभ्यास पहले 29 मई को प्रस्तावित था, लेकिन प्रशासनिक कारणों से इसे स्थगित कर दिया गया था। अब ऑपरेशन शील्ड के तहत जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा और चंडीगढ़ में शाम के समय यह मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी।
हाल ही में भारत-पाक सीमा पर हुई सैन्य झड़पों और ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाए जाने के मद्देनज़र यह ड्रिल और भी महत्वपूर्ण हो गई है।