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'नदिया के पार' का वो एक्टर, जो पूरे परिवार के साथ समंदर में समा गया, दिल दहला देगी ओंकार के मौत की कहानी...

'नदिया के पार' का वो एक्टर, जो पूरे परिवार के साथ समंदर में समा गया, दिल दहला देगी ओंकार के मौत की कहानी...

गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को हुए भीषण विमान हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और 12 क्रू मेंबर सहित 297 लोगों की मौत हो गई। हादसे के 28 घंटे के भीतर ही विमान के ब्लैक बॉक्स को भी बरामद कर लिया गया है, जिसकी जांच के बाद ही यह समझ आ पाएगा कि विमान के अंदर अंतिम क्षणों में क्या हो रहा था। पूरी दुनिया में इस विमान हादसे को लेकर शोक है। 

इससे पहले भी दुनिया में कई विमान हादसे हुए हैं, जिनमें कई चर्चित कलाकारों ने भी अपनी जान गंवा दी। ऐसे ही 1982 में रिलीज हुई 'नदिया के पार' के अभिनेता इंदर ठाकुर ने भी एक विमान हादसे में अपनी जान गंवा दी थी, जो गुजरे जमाने के मशहूर अभिनेता हीरालाल ठाकुर के बेटे थे।

विमान हादसे में गई इंदर ठाकुर की जान

'नदिया के पार' में 'इंदर ठाकुर'की भूमिका निभाने वाले इंदर ठाकुर तब मात्र 35 वर्ष के थे, जब विमान में हुए विस्फोट में उनकी जान चली गई। वह एक अभिनेता होने के साथ-साथ फैशन डिजाइनर और मॉडल भी थे। यही नहीं, वह बतौर केबिन मैनेजर एयर इंडिया में काम भी कर चुके थे। उन्होंने प्रिया नाम की एयर होस्टेस से शादी की थी और दोनों का एक बच्चा भी था। लेकिन, 23 जून 1985 का वो मनहूस दिन था, जब इंदर अपनी पत्नी और बच्चे के साथ टोरंटों से लंदन, इंग्लैंड जा रहे एयर इंडिया के विमान 182 में सवार हुए और परिवार सहित अपनी जान गंवा दी।

विमान हादसे में 329 लोगों की मौत

टोरंटो से लंदन जा रहे एयर इंडिया के विमान 182 में बम विस्फोट के चलते विमान में सवार सभी 329 लोग मारे गए थे, जिनमें से ज्यादातर कनाडाई थे। आज भी एयर इंडिया बम विस्फोट को कनाडा के इतिहास का सबसे भयानक आतंकवादी हमला माना जाता है। आतंकवादियों ने इस विमान को लैंड होने से 45 मिनट पहले ही हवा में उड़ा दिया और विमान में सवार 307 पैसेंजर्स और 22 क्रू मेंबर्स की इस हमले में जान चली गई।

इन फिल्मों में किया काम

विमान में जब हमला हुआ उस समय विमान समंदर के ऊपर था। ऐसे में हादसे के साथ ही ओमकार सहित सभी यात्री समंदर में में ही समा गए। हादसे में मारे गए 329 लोगों में से सिर्फ 132 लोगों के शव ही बरामद किए जा सके थे। अपनी मौत से तीन साल पहले ही इंदर ठाकुर को 'नदिया के पार' में सचिन पिलगांवकर का बड़ा भाई 'ओमकार' बनकर पहचान मिली थी। इसके बाद वह 'चटपटी' (1983) इसी साल रिलीज हुई 'हीरो' और 1985 में रिलीज हुई 'तुलसी' में नजर आए थे उनकी असमायिक मौत ने पूरे बॉलीवुड और देश को हिलाकर रख दिया था।