दिल्ली में बाप के सामने बेटे को गोलियों से भूना, बच्चों का झगड़ा व प्रॉपर्टी विवाद की वजह खूनी संघर्ष में बदला...
दिल्ली राज्य, ब्यूरो। दक्षिणी दिल्ली के छतरपुर मेट्रो स्टेशन के पास गुरुवार दोपहर बाइक सवार दो बदमाशों ने एसयूवी सवार युवक को उसके पिता के सामने ही गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया। आरोपियों ने करीब 10 से 12 राउंड फायरिंग की, जिससे मौके पर हड़कंप मच गया। मृतक की पहचान अरुण लोहिया के रूप में हुई है।
घटना के वक्त कार में ही मौजूद युवक अरुण के पिता ने पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद महरौली पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने अरुण को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने युवक के पिता के बयान के आधार पर हत्या की धारा में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान कर ली गई और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि अरुण लोहिया अपने परिवार के साथ आया नगर गांव में रहता था। अरुण का स्क्रैप का कारोबार था। गुरुवार को वह अपने पिता के साथ साकेत कोर्ट गया था। जहां एक हत्या के प्रयास में दर्ज मामले में उसके बयान दर्ज होने थे। दोपहर 1 बजे महरौली-गुरुग्राम रोड पर दोपहर करीब 1 बजे सीडीआर चौक पर छतरपुर मेट्रो स्टेशन के सामने बाइक सवार दो बदमाशों ने उनकी कार को रोका और फायरिंग शुरू कर दी। अरुण के पिता ने दोनों आरोपियों को पहचान लिया और मामले की सूचना पुलिस को दी। महरौली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को अस्पताल में भर्ती किया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
बीच सड़क बेटे की हत्या, पिता को धमकी दे छोड़ा
एमजी रोड पर छतरपुर में गुरुवार को दिन दिहाड़े ताबड़तोड फायरिंग कर युवक की हत्या करने वाले दोनों आरोपियों की पहचान कर ली गई है। दोनों ही आरोपी मृतक के जानकार हैं और आया नगर गांव के ही रहने वाले हैं।
हमलावर वारदात के बाद मृतक के पिता धमकी देकर पिस्तौल लहराते हुए फरार हो गए। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि दोनों हमलावरों की पहले से अरुण लोहिया के परिवार से रंजिश चल रही थी। प्रॉपर्टी पर कब्जे और बच्चों के बीच हुए झगड़े से शुरू हुआ विवाद गुरुवार को हत्या तक आ पहुंचा।
दोनों परिवारों में कई बार झगड़े हो चुके थे। दोनों पक्षों पर एफआईआर दर्ज हैं। अरुण अपने पिता के साथ गुरुवार को झगड़े के एक मामले में साकेत कोर्ट में बयान दर्ज करवाने के लिए गया था। लौटते समय बदमाशों ने छतरपुर मेट्रो स्टेशन के पास उसकी की हत्या कर दी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुछ वर्ष पहले दोनों पक्षों के बच्चों का झगड़ हुआ था। इस झगड़े ने गुरुवार को खूनी रंग ले लिया। अक्सर मौके देखकर दोनों परिवार एक दूसरे को नीचा दिखाने का प्रयास करते थे।
रेकी कर दिया वारदात को अंजाम
पुलिस जांच में सामने आया है कि बाइक सवार दोनों हमलावर अरुण और उसके पिता का पीछा कर रहे थे। पुलिस को आरोपियों के सीसीटीवी फुटेज भी मिले हैं। आरोपियों को इस बात की जानकारी पहले से थी कि अरुण कोर्ट जाने वाला है। दोनों पहले से कोर्ट से कुछ दूरी पर खड़े थे। कोर्ट से बाहर निकलने के बाद दोनों हमलावरों ने अरुण पीछा किया। छतरपुर में मौके मिलने पर फायरिंग शुरू कर दी। वारदात स्थल पर अफरा-तफरी मच गई।
अरुण के पिता का आरोप है कि दोनों आरोपियों ने आते ही पहले गाड़ी पर फायरिंग की। गोलियों की आवाज सुनकर सड़क पर भगदड़ मच गई, जिससे जाम की स्थिति पैदा हो गई। इसके बाद हमलावरों ने अरुण पर ताबड़ोड़ फायरिंग कर दी। अरुण के पिता ने बताया कि उन्हें लगा कि आरोपी उस पर भी फायरिंग करेंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। वारदात के बाद दोनों आरोपी धमकी देकर पिस्तौल लहराते हुए फरार हो गए।
अरुण पर भी लगा था फायरिंग का आरोप
पुलिस सूत्रों ने बताया कि करीब एक साल पहले अरुण और आरोपियों के परिवार का झगड़ा हुआ था। झगड़े के दौरान अरुण ने आरोपी पर फायरिंग की थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। मारपीट और फायरिंग से घायल हुआ आरोपी करीब छह माह तक बिस्तर पर रहा। लंबे समय तक इलाज के बाद चलने फिरने लायक हुआ। सूत्रों ने बताया कि इसी फायरिंग का बदला लेने के लिए अरुण की हत्या की गई।
गोलीबारी से हड़कंप
महरौली-गुरुग्राम मार्ग (एमजी रोड) पर छतरपुर मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-2 के सामने दिन दहाड़े ताबड़तोड़ गोलियां चलने से हड़कंप मच गया। स्टेशन के गेट की बगल में ही गुरुद्वारा है। प्रत्यादर्शी एक ऑटो चालक ने बताया कि सड़क पर जाम लगा था। अचानक बाइक सवार ने गोलियां बरसाईं तो वाहन चालक इधर-उधर भागने लगे। कार सवार युवक ने खुद को बचाने की काफी कोशिश की। उसने कार दौड़ानी भी चाही, लेकिन जाम लगा होने के कारण सफल नहीं हो पाया।