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अजमेर 92: 'द केरल स्टोरी' के बाद 'अजमेर 92' को बैन की उठी मांग, 250 से अधिक लड़कियों के रेप वाली कहानी पर मुस्लिम संगठन को ऐतराज,,,।

अजमेर 92: 'द केरल स्टोरी' के बाद 'अजमेर 92' को बैन की उठी मांग, 250 से अधिक लड़कियों के रेप वाली कहानी पर मुस्लिम संगठन को ऐतराज,,,।



बॉलीवुड एक्ट्रेस अदा शर्मा की फिल्म"द केरल स्टोरी" हाल ही में रिलीज हुई थी। इस मूवी को लोगों ने दिल खोलकर प्यार दिया है। बॉक्स ऑफिस पर भी "द केरल स्टोरी" ने धमाल मचा दिया है। वहीं अदा शर्मा की फिल्म का विरोध भी लोग जमकर कर रहे हैं। बॉलीवुड के कई सितारे इस मूवी को प्रोपेगेंडा बताया है।


इसबीच अब एक औरअपकमिंग फिल्म रिलीजसे पहले ही विवादों में फंस गई है। ये नई हिंदी फिल्म 'अजमेर-92' है जो अगले महीने रिलीज़ होने वाली है। कथित तौर पर कहा जा रहा है कि यह फिल्म अल्पसंख्यक समुदाय को टारगेट करती है। और 30 साल पहले अजमेर में टीनएज लड़कियों पर हुए आपराधिक हमले पर बेस्ड है। वहीं, फिल्म के कंटेंट को लेकर जमीयत उलमा-ए-हिंद ने 'अजमेर-92' के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, और इसे बैन करने की मांग की है।

अजमेर-92' पर बैन की मांग क्यों की ?,,,,,,,

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पुष्पेंद्र सिंह के डायरेक्शन में बनी और जरीना वहाब, सयाजी शिंदे, मनोज जोशी और राजेश शर्मा स्टारर "अजमेर 92" को रियल बेस्ड स्टोरी है। इस फिल्म को कुछ लोग अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ बता रहे हैं। 

इस बीच जमीयत के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने फिल्म का विरोध किया है। जमीयत के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने कहा है, 'अजमेर शरीफ की दरगाह को बदनाम करने के लिए बनी फिल्म पर फौरन प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।

आपराधिक घटनाओं को धर्म से जोड़ने के बजाय अपराधों के खिलाफ एकजुट कार्रवाई की जरूरत है, यह फिल्म समाज में दरार पैदा करेगी।

'समाज को बांटने की कोशिश,,,,,,

मौलाना महमूद ने आगे कहा कि 'अजमेर में घटित हुई घटना का जो रूप फिल्म में बताया जा रहा है, वह पूरे समाज के लिए बेहद दुखद और घिनौनी हरकत है। इसके विरुद्ध बिना किसी धर्म और संप्रदाय के सामूहिक संघर्ष की आवश्यकता है, लेकिन यहां तो समाज को विभाजित कर इस दुखद घटना की गंभीरता को समाप्त करने की कोशिश की जा रही है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एक वरदान के साथ-साथ किसी भी लोकतंत्र की ताकत है, लेकिन इसकी आड़ में देश को तोड़ने वाले विचारों और धारणा को बढ़ावा नहीं दिया जा सकता है। 

इसलिए मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि ऐसी फिल्म पर प्रतिबंध लगाया जाए और जो लोग समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें हतोत्साहित किया जाए।

अजमेर में क्या हुआ था,,,,,,,

गौरतलब है कि साल 1992 में अजमेर में एक घटना हुई थी, जिससे पूरा देश हिल गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक अजमेर में लगभग 300 लड़कियों के साथ न्यूड फोटो की आड़ में ब्लैकमेल करके उनका रेप किया गया था।

पीड़ितों में से ज्यादातर स्कूल जाने वाली लड़कियां थीं, और कई ने कथित तौर पर बाद में आत्महत्या की कोशिश की। फिल्म के कंटेंट को लेकर ही विवाद गहरा रहा है। बताते चलें कि पुष्पेंद्र सिंह की फिल्म 'अजमेर 92' 14 जुलाई को रिलीज होने वाली है। लोग इस मूवी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।