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ई श्रम कार्ड धारकों के अकाउंट में जमा हुए 1000 रुपए, इनके खाते में नहीं पहुंचे पैसे,,,।

ई श्रम कार्ड धारकों के अकाउंट में जमा हुए 1000 रुपए, इनके खाते में नहीं पहुंचे पैसे,,,।



E-shram card Update:अगर आप भी ई-श्रम कार्ड के लाभार्थी हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। क्योंकि हाल ही में कार्ड धारकों के खाते में स्कीम के तहत 1000 रुपए क्रेडिट किये गए हैं हालांकि सभी कार्ड धारकों के खाते में ये पैसा नहीं पहुंचा है। क्योंकि श्रम विभाग ने कुछ कार्ड धारकों को चिंहित किया है। ये ऐसे कार्ड धारक हैं जो वास्तव में ई-श्रम की पात्रता को पूरा ही नहीं कर रहे हैं

श्रम विभाग ने ऐसे कार्ड धारकों का डाटा सरकार को सौंप दिया है। ताकि ऐसे लोगों को कार्ड रद्द कर दिये जाएं। इससे पहले भी सरकार फ्रजी कार्डों को रद्द करने की कार्रवाई कर चुकी है।

इनके खाते में नहीं पहुंचे पैसे,,,,,,,

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ई-श्रम कार्ड धारकों के खाते में 1000-1000 रुपए ट्रांसफर कर चुकी है। सूत्रों का दावा है है कि दो माह की किस्त एक साथ खातों में ट्रांसफर की गई है। हालांकि अभी 30 फीसदी कार्ड धारक ऐसे हैं जिनके खाते में पैसा नहीं पहुंचा है। 

ऐसे लोग बैंक अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। आपको बता दें कि श्रम विभाग द्वारा चलाई जा रही श्रमिक कार्ड योजना का लाभ प्रदेश के असंगठित क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों को दिया जाना तय हुआ था। लेकिन कुछ ऐसे लोगों ने भी ई-श्रम कार्ड बनवा लिये. जो वास्तव में इसके लिए पात्र ही नहीं है।

कार्डों को किया जा रहा वैरिफाई

प्रदेश के कई श्रमिकों के बैंक खातों में ई-श्रम कार्ड के तहत 1000 रुपए भेज दिये गए हैं। लेकिन अभी भी लाखों खाते ऐसे हैं जिनके खाते में पैसा नहीं पहुंचा है। ऐसे में श्रम विभाग का कहना है कि सरकार ने योजना सिर्फ ऐसे लोगों के लिए शुरू की थी। 

जो किसी भी असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं जैसे, रेहड़ी पटरी वाले, धोबी, नाई, मोची आदि. लेकिन कई ऐसे लोगों ने भी ई-श्रम के तहत रजिस्ट्रेशन करा लिया है। जो टैक्सपेयर्स हैं, साथ ही जिनके अकाउंट में प्रतिमाह सैलरी आती है। श्रम विभाग ऐसे लोगों को ही चिंहित करने का काम कर रही है।

अपात्र लोगों का किया जा रहा डाटा तैयार, नहीं पहुंचे किस्त के पैसे,,,,,,,

पात्र खातों में पैसा पहुंचना हुआ शुरू, ये हैं चैक करने का तरीका

श्रम विभाग ने बनाई फेक कार्ड धारकों की सूची, और ऐसे लोगो को लाभ से वंचित करने के लिए कहा।