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Atiq Ashraf Murder: जो बाइक हत्यारों की थी, अब वह अस्पताल कर्मियों की निकली; एक बार फिर गलत हुई पुलिस की थ्योरी

Atiq Ashraf Murder: जो बाइक हत्यारों की थी, अब वह अस्पताल कर्मियों की निकली; एक बार फिर गलत हुई पुलिस की थ्योरी

प्रयागराज: माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अली उर्फ अशरफ की हत्या मामले में पुलिस की एक और थ्यौरी गलत निकली है. जिन तीन मोटरसाइकिलों को अब तक पुलिस बदमाशों की बता रही थी, वह तीनों बाइक अस्पताल के कर्मचारियों की हैं. वारदात के अगले दिन पुलिस ने दावा किया था कि इन्हीं तीन बाइकों पर सवार होकर हत्यारोपी लवलेश तिवारी, अरुण मौर्या और सनी आए थे.


हालांकि जब एसआईटी ने इन बाइक्स के संबंध में अस्पताल के कर्मचारियों से पूछताछ की और आरटीओ से डिटेल निकलवाई तो पता चला कि यह तीनों ही बाइक अस्पताल के कर्मचारियों की हैं. बता दें कि बीते शनिवार को कुख्यात माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या हो गई थी. इस वारदात के वक्त दोनों माफिया भाई पुलिस कस्टडी रिमांड पर थे. उन्हें रुटीन मेडिकल परीक्षण के लिए पुलिस कॉल्विन अस्पताल ले जा रही थी.

जैसे ही पुलिस इन्हें लेकर अस्पताल के बाहर पहुंची, मीडिया ने इन्हें बयान लेने के लिए घेर लिया था. इसी दौरान पत्रकार बनकर पहुंचे तीन बदमाशों लवलेश तिवारी, अरुण मौर्या और सनी ने विदेशी पिस्टलों से ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए इन्हें गोली मार दी थी. यह वारदात इतना तेजी से हुआ था कि मौके पर हड़कंप मच गया. यहां तक कि अतीक और अशरफ की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी भी उसे छोड़ कर पीछे हट गए थे.


ऐसे में पुलिस की थ्यौरी एक बार फिर से गलत साबित हुई है. बता दें कि जिस प्रकार इस वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाशों ने सरेंडर कर दिया, अशंका जताई जा रही है कि इस वारदात में पकड़े गए यह तीनों आरोपी मोहरा भर हैं. वारदात का मास्टर माइंड कोई और है. पुलिस इसी मास्टर माइंड की तलाश में दबिश दे रही है. इसके लिए बदमाशों के मोबाइल फोन की जांच कराने के साथ ही प्रयागराज जंक्शन से लेकर घटना स्थल तक के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं. इसके अलावा होटल बुक करने वाले के संबंध में भी जानकारी जुटाई जा रही है.