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बिहार: देर रात अकेले सब्जी लेने निकल पड़े IAS अफसर, बाजार में उनकी सादगी की होने लगी चर्चा, जानिए कौन हैं एस सिद्धार्थ

बिहार: देर रात अकेले सब्जी लेने निकल पड़े IAS अफसर, बाजार में उनकी सादगी की होने लगी चर्चा, जानिए कौन हैं एस सिद्धार्थ


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एजेंसी डेस्क
बिहार के IAS अधिकारी डॉक्टर एस सिद्धार्थ एक बार फिर अपनी सादगी के लिए सुर्खियों में हैं। वर्तमान में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ पर वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव और बिहार कैबिनेट के प्रधान सचिव की भी जिम्मेदारी है।यानी फिलहाल IAS सिद्धार्थ कुल तीन बड़े पद संभाल रहे हैं।

बावजूद इसके उन्हें एक आम नागरिक की तरह पटना के राजेंद्र नगर में खरीदारी करते देखा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, IAS अधिकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ तीन विभागीय बैठक करने और देर रात तक दफ्तर का काम निपटाने के बाद सब्जी खरीदने पहुंचे थे। 

वह रात के 10 बजे राजेंद्र नगर सब्जी मंडी में जमीन पर बैठकर सब्जी खरीदते नजर आए। उनके साथ न तो सुरक्षा गार्ड था और न ही गाड़ियों का काफिला, जबकि उनके एक बुलावे पर गाड़ियों और मातहत काम करने वाले कर्मचारियों की कतार लग सकती है। IAS सिद्धार्थ पहले भी शहर में रिक्शा से घूमने, सड़क किनारे गोलगप्पा खाने, बिना बॉर्डीगार्ड लिए चलने की वजह से चर्चा में रह चुके हैं।

कौन हैं एस. सिद्धार्थ?

डॉ. एस. सिद्धार्थ 1991 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं। उन्होंने IIT दिल्‍ली (Indian Institute of Technology, Delhi) से कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग (1987) में बीटेक किया है। IIT दिल्ली से ही सूचना प्रौद्योगिकी में डॉक्टरेट की डिग्री (पीएचडी) प्राप्त की है। IIM अहमदाबाद से एमबीए भी किया है। सिद्धार्थ पेशेवर वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर, पेंटर और कार्टूनिस्ट भी हैं।

डॉ. एस. सिद्धार्थ मुजफ्फरपुर, भोजपुर, औरंगाबाद और लोहरदगा जिला के DM रहे हैं। 29 वर्षों से अधिक के अपने करियर में उन्होंने विभिन्न पदों पर कार्य किया है।

वर्तमान में वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधान सचिव हैं। उनके पास अतिरिक्त मुख्य सचिव, वित्त विभाग और अतिरिक्त मुख्य सचिव, कैबिनेट सचिवालय का भी पद है। वह एल एन मिश्रा इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक डेवलपमेंट एंड सोशल चेंज के निदेशक हैं। साथ ही पटना में आर्थिक नीति और सार्वजनिक वित्त केंद्र के अध्यक्ष और निदेशक का पद भी संभाल रहे हैं।