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वाराणसी में खतरे के निशान के करीब पहुंचा गंगा नदी का जलस्तर शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में फैल रहा है पानी

वाराणसी में खतरे के निशान के करीब पहुंचा गंगा नदी का जलस्तर शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में फैल रहा है पानी


वाराणसी, । गंगा नदी का जलस्‍तर अब बढ़ते- बढ़ते चेतावनी बिंदु तक जा पहुंचा है। उफान पर गंगा नदी का जलस्तर होने की वजह से अब लगातार यह चेतावनी बिंदु के करीब अग्रसर है।गंगा नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु के करीब होने की वजह से तटवर्ती इलाकों में चिंता का माहौल है। वहीं बारिश का मौसम होने की वजह से जलस्‍तर में और इजाफा का संकेत है।



 वाराणसी में प्रशासन ने बाढ़ की चेतावनी जारी कर रखी है साथ ही खुद भी प्रशासनिक अधिकारी बाढ़ का जायजा ले रहे हैं। रविवार की सुबह गंगा का जलस्‍तर 69.80 मीटर तक जा पहुंचा है। वहीं बाढ़ की वजह से पलायन करने वालों के लिए जिला प्रशासन ने लोगों के रहने की व्यवस्था की है।



वरुणा में पलट प्रवाह : रामेश्वर हरहुआ क्षेत्र के दर्जनों गांवों में लगातार गंगा के बढ़ाव से वरूणा नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ाव जारी है। बाढ़ के चलते तटीय क्षेत्र के सैकड़ो गांवों के फसल डूबना शुरू हो गया है। किसानों की चिंता बढ़ने लगी है। रामेश्वर, रसूलपुर, चक्का, पांडेयपुर, भतसार, औसानपुर, कोइराजपुर, भगतुपुर (गोसाईपुर) खंडा, नेवादा समेत कई गांव में हलचल बढ़ गई है। रामेश्वर पक्का घाट पूरी तरह डूब गया है तो श्मशान घाट भी प्रभावित हो गया है।



राजस्व विभाग की दो चौकियों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात : वरुणा और गंगा तटवर्ती इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने से राजस्व विभाग की दो चौकियों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम लगा दी गई है। यहां 10 घरों से लोगों ने पलायन कर कैंप में प्रवेश ले लिया है।



 एसीएमओ डा. पीयूष राय ने बताया कि वायरल बुखार से लोगों को बचाने के लिए सरैया और ढेलवरिया में दो बाढ़ चौकियां लगा दी गई हैं। प्रत्येक कैंप में एक डाक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है। जैसे-जैसे राजस्व विभाग के कैंप लगते जाएंगे, वैसे ही स्वास्थ्य विभाग के कैंप का भी विस्तार किया जाएगा।