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लखनऊ एक्सप्रेस वे में वाजिब रेट पर मिलेगी जमीन प्रदेश में बनेंगे 6 नए एक्सप्रेसवे मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी
औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने पर्यटन भवन लखनऊ में उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के अधिकारियों के साथ बैठक की।इसमें एक्सप्रेसवे के किनारे प्रस्तावित इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के विकास को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। नंदी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि उद्यमियों को यहां वाजिब रेट पर जमीन दी जाए।
यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के किनारे बाराबंकी, जौनपुर व गाजीपुर में, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के किनारे बांदा व जालौन में और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे गोरखपुर में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलप किए जाने की योजना है। तीनों एक्सप्रेसवे के किनारे करीब 450 हेक्टेयर भूमि है, जहां इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलप किया जाएगा। आधी भूमि पर वेयर हाउसिंग और लॉजिस्टिक डेवलप किया जाएगा तो आधी जमीन पर इंडस्ट्री को जगह दी जाएगी।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गोरखपुर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को विकसित करने और निवेशकों को इंडस्ट्री लगाने के लिए आमंत्रित करने का निर्णय लिया गया। औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि इंडस्ट्रियल कॉरिडोर विकसित करने के साथ ही इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि इंडस्ट्री के लिए जमीनों का मूल्य कम से कम हो। उद्यमियों और निवेशकों के लिए इससे आसानी होगी
नंदी ने कंसल्टेंसी कंपनी के साथ ही विभागीय अधिकारियों को कार्य करने का निर्देश दिया। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपीडा अवनीश कुमार अवस्थी, आईआईडीसी एवं अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास अरविंद कुमार, सीईओ इंवेस्ट यूपी अभिषेक प्रकाश भी मौजूद रहे।
औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि प्रदेश के प्रमुख धार्मिक नगरों को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए 6 नए एक्सप्रेसवे बनाए जाएंगे। वाराणसी और हरिद्वार भी गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएंगे। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) की पर्यटन भवन लखनऊ में आयोजित बैठक में प्रस्तुतीकरण दिया गया।
गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना के द्वितीय चरण में मेरठ से हरिद्वार और प्रयागराज से वाराणसी तक ग्रीन फील्ड वे का प्रस्ताव है। इस एक्सप्रेसवे से शाहजहांपुर, बरेली होते हुए रामपुर-रुद्रपुर (उत्तराखंड सीमा) तक एक एक्सप्रेसवे का निर्माण कराए जाने का प्रस्ताव है। इसी तरह से चित्रकूट धाम को प्रयागराज होते हुए गंगा एक्सप्रेस वे से जोड़ दिया जाता है, तो पश्चिमी उत्तर व पूर्वी उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड से आने वाला यातायात सुगम हो जाएगा। इसी तरह से झांसी लिंक एक्सप्रेसवे (बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से)और विंध्य एक्सप्रेसवे (चित्रकूट से मिर्जापुर) की भी योजना तैयार की गई है।