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यूपी : प्रयागराज में सामूहिक हत्‍याकांड के चार आरोपितों को पुलिस ने भेजा जेल, वहीं गोली से जख्‍मी तीन से अस्‍पताल में हुआ पूछताछ।

यूपी : प्रयागराज में सामूहिक हत्‍याकांड के चार आरोपितों को पुलिस ने भेजा जेल, वहीं गोली से जख्‍मी तीन से अस्‍पताल में हुआ पूछताछ।

                     A.P. Kesharwani City Reporter

प्रयागराज। सामूहिक हत्या की घटनाओं में शामिल बदमाशों को प्रयागराज पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इनमें से चार बदमाशों को जेल भेज दिया गया है, जबकि मुठभेड़ में घायल तीन का स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में इलाज चल रहा है। दो-तीन दिन में हालत में सुधार होने पर उन्‍हें भी जेल भेज दिया जाएगा। उधर, फरार छह बदमाशों की तलाश में बिहार और मीरजापुर में दबिश दी जा रही है। हालांकि अभी वे पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं।

बता दें कि बुधवार को भोर में थरवई क्षेत्र में पुलिस और बदमाशों में मुठभेड़ हुई थी। इसमें नवल कुमार खरवार उर्फ नवला निवासी बारून, थाना बारून, जिला औरंगाबाद, बिहार, रोहित खरवार और उसके भाई पीपी कुमार खरवार निवासी चिलबिली थाना कुदरा, जनपद कैमूर, बिहार पैर में गोली लगने से घायल हो गए थे। 

वहीं भीम गौतम निवासी पुराना फाफामऊ, आकाश खरवार निवासी चिलबिली, थाना कुदरा जनपद कैमूर, बिहार को गिरफ्तार कर लिया गया था। पूछताछ के बाद भीम गौतम की पत्नी संगीता और पुत्र मोनू को भी पकड़ लिया गया था। गुरुवार को भीम, मोनू, संगीता, आकाश को जेल भेज दिया गया।

वहीं पुलिस की गोली से जख्‍मी एसआरएन अस्पताल में भर्ती नवला, रोहित और पीपी कुमार से पुलिस ने पूछताछ की। डाक्टरों से बात की गई तो हालत में सुधार बताया गया। वहीं फरार मुर्गी पांख, डेभी खरवार, बुंदेला उर्फ सारंगी, डेढग़ांव उर्फ बभना, चिंटू खरवार, नेहा खरवार उर्फ महिमा की तलाश में पुलिस की सात टीम ने बिहार के कैमूर, औरंगाबाद, भोजपुर जनपद के कई स्थानों पर दबिश दी।

वहीं उप्र के मीरजापुर, सोनभद्र और चुनार इलाके में छापेमारी की गई। हालांकि, कोई हाथ नहीं लगा, लेकिन पुलिस को इनके अन्य ठिकानों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही फरार बदमाशों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

वहीं पुलिस ने पुराना फाफामऊ निवासी भीम गौतम, उसकी पत्नी संगीता और पुत्र मोनू को गिरफ्तार किया है। जबकि पुत्री नेहा फरार है। एक ही परिवार के चार लोगों की सामूहिक हत्या की घटनाओं में शामिल होने पर इलाके के लोग हतप्रभ हैं। जिस गली में भीम गौतम का मकान है, वहां सन्नाटा पसरा है। घर में भीम की मां और छोटी पुत्री है। गिरफ्तारी की सूचना पाकर भीम की बहन भी यहां गुरुवार को पहुंची। 

वहीं घरवाले कुछ भी नहीं बोल रहे हैं, वहीं आसपास के लोग भी इस बारे में कुछ भी कहने से बचते रहे। इतना जरूर मालूम हुआ कि मोनू पिता भीम के साथ टेंपो चलाता था। इधर कुछ समय से वह शांतिपुरम चौराहे के पास जूस की दुकान में काम कर रहा था।