Headlines
Loading...
नई दिल्ली : राजधानी में गर्मी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, वहीं 72 सालों में दूसरा सबसे गर्म महीना रहा अप्रैल।

नई दिल्ली : राजधानी में गर्मी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, वहीं 72 सालों में दूसरा सबसे गर्म महीना रहा अप्रैल।

                     Sumit Malviya City Reporter

नई दिल्ली। राजधानी समेत भारत के उत्तर और पश्चिमी राज्यों में भीषण गर्मी और लू का कहर जारी है। खासकर कोयला संकट के बाद बिजली कटौती के चलते हालात और बेकाबू हो गए हैं। राजधानी दिल्ली में भीषण गर्मी और लू का 72 सालों का रिकॉर्ड टूटा है। मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में 72 सालों में अप्रैल दूसरे सबसे गर्म महीने के रूप में दर्ज हुआ है। यही हाल यूपी, उत्तराखंड, राजस्थान और मध्य प्रदेश समेत उत्तर पश्चिमी राज्यों का है। 

वहीं मई का महीना शुरू होने में वक्त है लेकिन इससे पहले ही देश के कई राज्य भीषण गर्मी और लू के कहर का सामना कर रहे हैं। राजधानी दिल्ली में तो अप्रैल महीने की गर्मी ने 72 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक, साल 1950 के बाद यह दूसरा मौका है जब दिल्ली में अप्रैल माह में इतनी गर्मी पड़ी हो। इससे पहले अप्रैल 2010 में इतनी गर्मी हुई थी। अप्रैल महीने में दिल्ली का औसत अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस रहा।

वहीं मौसम अधिकारियों का कहना है कि भीषण गर्मी के कारण दिल्ली समेत उत्तर पश्चिमी राज्यों में लू का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इससे पहले गुरुवार को मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। हालांकि राहत की बात यह है कि अगले 5 दिनों में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश होने की संभावना है। वहीं पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, यूपी और राजस्थान में धूल भरी आंधी चलने की उम्मीद है। हल्की बारिश भी हो सकती है, जिसके चलते तापमान में कुछ कमी आ सकती है। 3 से 4 मई के दौरान भी कुछ ऐसा ही मौसम हो सकता है। 

वहीं गौरतलब है कि देश के उत्तर और पश्चिमी हिस्सों में अभूतपूर्व गर्मी का कहर जारी है। उधर, कोयला संकट के बाद बिजली कटौती ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा ली हैं। खासकर दिल्ली में भी भीषण गर्मी के बीच बिजली संकट और परेशानी बढ़ा सकती है। आज ही दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली के पास सिर्फ एक दिन का कोयला बचा है। 

वहीं दूसरी तरफ़ केजरीवाल के बयान के बाद दिल्ली वालों की चिंता बढ़ गई है। उधर, केंद्र सरकार ने भीषण गर्मी के बीच कोयला संकट को देखते हुए 657 मेल  एक्सप्रेस यात्री ट्रेन सेवाओं को रद्द करने का निर्णय लिया है। इन ट्रेनों से कोयले की रैक की राज्यों में सप्लाई की जाएगी।