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पश्चिम बंगाल: कोलकाता में चार दिनों तक अस्पताल की लिफ्ट में अटकी रही महिला।

पश्चिम बंगाल: कोलकाता में चार दिनों तक अस्पताल की लिफ्ट में अटकी रही महिला।


कोलकाता। बंगाल में कोलकाता के सरकारी अस्पताल नीलरतन सरकार हास्पिटल की लिफ्ट में एक महिला चार दिनों तक अटकी रही और किसी को खबर तक नहीं लगी। इस दौरान वह काफी चिल्लाई, लेकिन उसकी किसी ने आवाज नहीं सुनी। उसने अपने बचने की आशा भी छोड़ दी थी। इस दौरान अंधकार भरी लिफ्ट में महिला का सहारा एक 300 मिलीग्राम पानी की बोतल और छोटा चूड़े का पैकेट था। 

हालांकि पूरी घटना की अस्पताल प्रशासन को कोई खबर नहीं है। उत्तर 24 परगना जिले के बादुड़िया के चंडीपुर गांव की वासिंदा 60 वर्षीय आनोयारा बीबी गरीब परिवार की महिला हैं। उनके तीन बेटे, पोते और पोतियां हैं। उनका एक बेटा अशरफी मंडल राजमिस्त्री का काम करता है। अशरफी मंडल ने बताया कि आनोयारा बीबी को पिछले 15-16 साल से पांव में दर्द, पेट में दर्द और नसों में दर्द की शिकायत है। इनकी चिकित्सा के लिए वह नीलरतन सरकार हास्पिटल प्रायः ही अकेले जाती थीं।

वहीं सोमवार को भी वह न्यूरो के डाक्टर को दिखाने अस्पताल गई थीं। अस्पताल पहुंचकर उन्होंने आउटडोर में दिखाने के लिए टिकट कटवाया और चौथे तले पर डाक्टर को दिखाने गई। चूंकि उनके पांव में दर्द की शिकायत थी, इसलिए वह एक छोटी लिफ्ट पर चढ़ गई, लेकिन लिफ्ट दूसरे तले के पास ही रुक गई। अंदर पूरी तरह से अंधकार था। बहुत चिल्लाने पर भी कोई नहीं आया। 

वहीं उनके पास एक पानी की बोतल थी और एक चूड़ा का पैकेट था। प्रत्येक दिन थोड़ा-थोड़ा पानी पीती थीं और सोचती थीं कि कोई कब आकर दरवाजा खोलेगा, लेकिन कोई नहीं आया। उसी बंद लिफ्ट में उसे शौच करने के लिए बाध्य होना पड़ा था। दूसरी ओर, जब वह घर नहीं पहुंची तो उनके परिवार वाले अस्पताल तलाश करने पहुंचे, लेकिन वह नहीं मिली। उसके बाद शुक्रवार को उनके एक परिचित अस्पताल गए। वहां उन्हें लिफ्ट से किसी की आवाज सुनाई दी। 

वहीं दूसरी तरफ़ उसके बाद उन्होंने लोगों को बुलाया और आनोयारा बीबी को लिफ्ट से बाहर निकाला गया। चार दिनों तक अस्पताल में फंसे रहने के बाद आनोयारा बीबी पूरी तरह से आतंकित हैं। चार दिनों तक अस्पताल के लिफ्ट में रोगी फंसे रहने के बावजूद अस्पताल प्रबंधन को इसकी जानकारी नहीं मिली। इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन से संपर्क करने पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।