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यूपी: वाराणसी के गंगोत्री विहार कालोनी नगवां में गंगा किनारे मिट्टी धंसने से कई मकानों में पड़ी दरार। .

यूपी: वाराणसी के गंगोत्री विहार कालोनी नगवां में गंगा किनारे मिट्टी धंसने से कई मकानों में पड़ी दरार। .


वाराणसी। नगवां क्षेत्र में गंगा नदी के किनारे लोगों में इन दिनों दहशत है। दरअसल सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की डाली गई पाइप से लीकेज के कारण जमीन धंसने का आरोप स्‍थानीय लोगों ने लगाया है। नगवां स्थित गंगोत्री बिहार कॉलोनी के गंगा किनारे बने आधा दर्जन से अधिक घरों के कमरे और दीवारें जमीन धंसने के कारण फट गईं। इन घरों में रहने वाले लोग दरार और कमरे को धंसते देख काफी दहशत में हैं।

वहीं सोमवार की दोपहर आसपास के लोगों ने सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की तरफ से डाली गई पाइप लाइन में रिसाव के कारण जमीन धंसने का आरोप लगाया है। घरों में दरार और छत फटने तथा कमरे धंसने की समस्या को लेकर काफी संख्या में नगवां एसटीपी पहुंचकर विरोध करते हुए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को बन्द करा दिया। यहां रहने वाले तारा मंदिर के रामसेवक तिवारी, गिरधारी प्रसाद, धर्मशीला देवी और सुनीता आदि ने बताया कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की पाइपलाइन किनारे से बिछाई गई है 

बता दें कि जिसमें कुछ दूरी तक लोहे की पाइप लाइन डालने के बाद लीकेज के कारण जमीन धंसने के कारण मकान धंस रहे हैं जिसके कारण कभी भी हादसा हो सकता है। लोगों ने बताया कि जब पाइप लाइन चालू होता है तो उसके कंपन के कारण मिट्टी धंसती है।

वहीं यहां रहने वाले संतोष, गोपाल, मिथुन प्रसाद शाह भाई हैं जो फेरी करके किताब कापी बेचते हैं। इनके घर के पिछले हिस्से में दरार के कारण दो कमरा और छत फट चुकी है। वहीं नन्दू साहनी पान की दुकान चलाते हैं। इनके घर का दो कमरा दरक गया है। आशा देवी के घर का पिछला दीवार कमरा सहित अलग हो गई है। अंजू देवी के घर मे दरारें पड़ गई हैं।

बता दें कि ईएसएल के प्रोजेक्ट मैनेजर पल्लव श्रीवास्तव ने बताया कि गंगोत्री विहार कॉलोनी में बिछाए गए सीवर लाइन से कोई दिक्कत नहीं है। स्थानीय लोगों ने आकर जबर्दस्ती प्लांट को बन्द करा दिया। जबकि गंगा किनारे होने के कारण बाढ़ खत्म होने के बाद से जमीन बैठ रही है। इसके पहले 2016 की बाढ़ के बाद भी लोगों के घरों में दरारें पड़ रही छत और दीवार फट गई थी।

वहीं नगवा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से 2009 में पाइपलाइन डाली गई थी जो खराब हो गई और इसके बाद 2017 में रमना प्लांट से नगवां एसटीपी को जोड़ने के लिए सीमेंट की नई पाइपलाइन डाली गई लेकिन प्रेशर के कारण लीकेज हो गया। आरोप है कि नीचे बिना बेस बनाये ही पाइप डालने के बाद वैसे ही छोड़ दिया गया जिसके कारण समस्या उत्पन्न हुई है। यहीं पर पाइप लाइन के जोड़ पर लीकेज के बाद पानी से जमीन धंसकर गड्ढा भी हो गया है।