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वाराणसी :: शादी के बाद माल समेट कर फरार हो जाती थी लुटेरी दुल्हन, साथियों सहित फर्जी शादी कराने के छह सदस्य हुए गिरफ्तार...

वाराणसी :: शादी के बाद माल समेट कर फरार हो जाती थी लुटेरी दुल्हन, साथियों सहित फर्जी शादी कराने के छह सदस्य हुए गिरफ्तार...

वाराणसी, ब्यूरो। सारनाथ थाने की पुलिस ने फर्जी शादी कराकर लोगों से ठगी करनेवाले अंतरप्रांतीय गिरोह के छह सदस्यों को आशापुर रेलवे क्रॉसिंग के पास से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों में पति-पत्नी भी शामिल हैं। ये सभी अभियुक्त युवकों की शादी कराने के नाम पर जालसाज द्वारा मोटी रकम वसूलते थे। शादी के बाद दुल्हन भी माल समेटकर फरार हो जाती थी।वाराणसी वरुणा जोन के एडीसीपी टी. सरवरण ने पुलिस लाइन में मामले का खुलासा किया।

एडीसीपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में चंदौली के बलुआ निवासी जितेन्द्र कुमार और उसकी पत्नी चंदा, सोनभद्र के ओबरा का सुनील दास, राजस्थान के जयपुर का भंवरलाल शर्मा, मथुरा का सूरज उर्फ तारा और सारनाथ का रोहित जायसवाल उर्फ विक्की है। कुछ दिन पहले सारनाथ थाने में एक युवक ने फर्जी शादी कराने का मुकदमा दर्ज कराया था। थानाप्रभारी उदय प्रताप सिंह ने जांच शुरू की। तभी सूचना मिली कि फर्जी शादी कराने वाले गैंग के सदस्य आशापुर रेलवे क्रासिंग के पास खड़े हैं। तब पुलिस द्वारा तत्काल घेराबंदी कर सभी को पकड़ लिया गया। 

पुलिस द्वारा पूछताछ में पता चला है कि, गिरोह खासकर राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली में सक्रिय है। इन राज्यों में जिन युवाओं की शादी नहीं होती है उन्हें चंगुल में फंसाकर फर्जी शादी करवाते हैं। इसके लिए इस गैंग के सदस्य यूपी व बिहार से लड़कियों से को बहला फुसलाकर गिरोह में शामिल करते। राजस्थान, हरियाणा सहित अन्य राज्यों में विवाह तय कर मोटी रकम वसूलते। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया है कि उन्होंने अबतक 30 से अधिक फर्जी शादी कराई है। गैंग के सदस्यों के खिलाफ कैंट जीआरपी, चंदौली समेत अन्य राज्यों में भी मुकदमे दर्ज हैं।

तीन के खिलाफ पहले भी दर्ज हो चुका है केस

चंदा देवी, जितेंद्र एवं रोहित जायसवाल के खिलाफ पहले भी थाना कैंट जीआरपी, बलुआ (चंदौली) में भी कई मुकदमे दर्ज हैं। सभी पहले भी धोखाधड़ी कर फर्जी शादी करवाने के मामले में जेल जा चुके हैं।

गिरफ्तारी करने वाली टीम

दरोगा प्रदीप सिंह, अरविंद कुमार यादव, महेश मिश्रा, हेडकांस्टेबल विनोद कुमार, कांस्टेबल सौभाग्य पांडेय, सौरभ तिवारी, नितेश तिवारी, महिला कांस्टेबल सुहाना सिंह और पूजा पासवान गिरफ्तारी करनेवाली टीम में शामिल थीं।