यूपी:: बाहुबली धनंजय सिंह ने किया बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान, जौनपुर से बसपा ने काटा था पत्नी का टिकट...
जौनपुर, ब्यूरो (एस के दुबे) की रिपोर्ट। लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में पल-पल सियासी समीकरण बदल रहे हैं. जौनपुर में पूर्व बाहुबली सांसद धनंजय सिंह ने बीजेपी को समर्थन देने का फैसला किया है. धनंजय सिंह ने चुनाव को लेकर आज अपने घर पर समर्थकों की बैठक बुलाई थी। बैठक में फैसला लिया गया कि धनंजय सिंह और उनके समर्थक बीजेपी के लिए काम करेंगे।
बैठक में धनंजय सिंह ने समर्थकों से कहा कि उनके साथी चाहते हैं कि आज के राजनीतिक हालात में बीजेपी ही सबसे बेहतर हैं. धनंजय की पत्नी श्रीकला ने बीएसपी उम्मीदवार बन कर नामांकन किया था, लेकिन बाद में पार्टी ने उनके टिकटे हुए श्याम सिंह यादव को उम्मीदवार घोषित कर दिया. धनंजय सिंह खुद चुनाव इसलिए नहीं लड़ रहे हैं क्योकिं अपहरण और रंगदारी के एक मामले में अदालत ने उन्हें 7 साल की सजा सुनाई है. फिलहाल वो जमानत पर जेल से बाहर हैं।
धनंजय सिंह के इस कदम से केवल जौनपुर ही नहीं बल्कि पूरे पूर्वांचल में बीजेपी को सियासी फायदा हो सकता है. धनंजय सिंह ठाकुर जाति से आते और समाज में अच्छी खासी पकड़ और धमक भी रखते हैं. बीजेपी ने जौनपुर लोकसभा सीट से कृपाशंकर सिंह को उम्मीदवार बनाया है।
आप भी जाने बीएसपी के टिकट बदलने पर क्या कहते हैं जौनपुर के लोग?
जौनपुर के शाहगंज विधानसभा के सुरिस गांव के निवासी अशोक सिंह कहते हैं, "धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी का बसपा से टिकट कटने से भाजपा प्रत्याशी कृपाशंकर सिंह को सीधे तौर पर फ़ायदा मिलेगा."
"श्रीकला रेड्डी के चुनाव लड़ने की दशा में क़रीब 50 प्रतिशत ठाकुर उनको वोट करता, अब जब वह चुनावी मैदान में नहीं है तो ठाकुर वर्ग का सारा वोट भाजपा प्रत्याशी को जाएगा. धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी चाहे जिस पार्टी से या निर्दलीय ही चुनाव लड़तीं, अच्छा वोट पातीं."
अशोक सिंह ख़ुद ठाकुर हैं. वे ठाकुरों के रुझान के बारे में दावा करते हैं, "जौनपुर में ठाकुर वर्ग की पहली पसंद धनंजय सिंह ही हैं लेकिन अब वह चुनाव में नहीं हैं तो कृपाशंकर सिंह को वोट करेंगे. बसपा प्रत्याशी श्याम सिंह यादव सपा को ही नुक़सान पहुंचाएंगे, पहले जब श्रीकला उम्मीदवार थीं तो बीजेपी को नुक़सान हो रहा था, अब मामला पलट गया है."
वहीं जौनपुर सदर विधानसभा के चौकिया गुरैनी निवासी मोहम्मद अज़ीज़ बीएसपी के इस फ़ैसले को पार्टी का अंदरूनी मामला बताते हैं, "श्रीकला रेड्डी के चुनावी मैदान में होने से ठाकुर और कुछ मुस्लिम वर्ग को वोट उनको जाता लेकिन अब ठाकुर वोट भाजपा की तरफ़ जा रहा है। मुसलमान जो धनंजय सिंह को पसंद करता है वह अब सपा को वोट करेगा, श्रीकला के चुनाव न लड़ने से फ़ायदा दोनों पार्टियों को मिल रहा है. हां ज़रूर श्याम सिंह यादव के बसपा से प्रत्याशी होने के बाद कुछ यादव भी श्याम सिंह यादव को वोट करेंगे, इसलिए सपा को थोड़ा नुक़सान तो हो रहा है।"
जौनपुर लोकसभा के मल्हनी विधानसभा के रामपुर बैजापुर निवासी पूर्व प्रधान अरविंद कुमार सिंह की राय इससे उलट है. वो कहते हैं, "धनंजय सिंह लगातार कई चुनाव हार चुके हैं, इनके पत्नी का टिकट कटने से बहुत फ़र्क़ भाजपा के चुनाव पर नहीं पड़ा रहा है. हां ज़रूर इनके चुनाव लड़ने पर दोनों पार्टियों सपा और भाजपा को नुकसान पहुंचता. क्योंकि कुछ ठाकुर, मुसलमान, यादव और कुछ ओबीसी वर्ग के लोग इनको वोट करते. श्याम सिंह यादव सपा को नुकसान पहुंचाएंगे यह भी पूरी तरह से ग़लत है. यादव हर हाल में सपा को ही वोट करेगा।"
जौनपुर सदर विधानसभा के सिद्दीकपुर निवासी डीके सिंह धनंजय सिंह के समर्थक हैं. वो कहते हैं, "बहन जी (मायावती) ने किसी के दबाव में टिकट काटा क्योंकि धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी को 100 प्रतिशत चुनाव जीतना था. धनंजय सिंह की पत्नी चुनाव जीत रही थीं लेकिन किस दबाव में टिकट काटा यह समझ से परे है, इसका खामियाजा बसपा को भुगतना पड़ेगा।"
"यह बात बिलकुल सच है कि भाजपा को जिताने के लिए टिकट बदला गया है. यहां से डमी कैंडिडेट मायावती लड़ाना चाहती हैं. हम सब धनंजय सिंह के आदेश का इंतज़ार कर रहे हैं वो जहां कहेंगे और उनके सभी समर्थक वहीं वोट करेंगे।"