लालू के साले ने किया था Miss Patna का रेप? बॉयफ्रेंड के सामने उतारे थे कपड़े, हैवानियत का ऐसा मंजर जिसे जानकर कांप जाएगी रूह...
मुख्यमंत्री और रेल मंत्री रह चुके लालू यादव के समर्थक उन्हें सामाजिक न्याय का प्रतीक मानते हैं, वहीं उनके विरोधी उनके शासनकाल को जंगलराज कहकर आलोचना करते हैं। उनके कार्यकाल के दौरान कई विवाद और घटनाएं चर्चा में रही हैं, जिनमें से एक किस्सा आज फिर सुर्खियों में है।
एक पॉडकास्ट शो के दौरान झारखंड बीजेपी के इलेक्शन मैनेजमेंट हेड मृत्युंजय शर्मा ने एक ऐसा खुलासा किया, जिसने पुराने जख्मों को फिर से ताजा कर दिया। यह मामला एक युवती शिल्पा जैन और एक युवक गौतम सिंह से जुड़ा है, जिसकी मौत आज भी कई सवालों के घेरे में है।
कौन थी शिल्पा जैन
मृत्युंजय शर्मा ने बताया क शिल्पा जैन एक बड़े कपड़ा व्यापारी की बेटी थीं और 'मिस पटना' का खिताब जीत चुकी थीं। वहीं, गौतम सिंह नामक युवक लंदन से मेडिकल की पढ़ाई करके भारत लौटा था और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के युवा विंग से जुड़ गया था। गौतम की दोस्ती बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के साले साधु यादव से हुई। शिल्पा और गौतम एक-दूसरे के साथ पहले से ही रिलेशनशिप में थे.
गाराज में मिली दोनों की लाशें
मृत्युंजय शर्मा ने आगे कहा, एक दिन शहर के एक बंद गाराज में शिल्पा और गौतम की लाशें मिलीं। हैरानी की बात यह थी कि वह गाराज साधु यादव के घर के नजदीक स्थित था। घटना के बाद पूरे शहर में सनसनी फैल गई। पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन जांच की प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठे। आरोप है कि सबूतों को मिटाने के उद्देश्य से गौतम की बॉडी को बिना पोस्टमॉर्टम के जला दिया गया और वह गाड़ी जिसमें शव मिले थे, एक कांस्टेबल खुद चला कर थाने ले गया, जिससे फॉरेंसिक साक्ष्य खराब हो गए।
हुआ चौंकाने वाला खुलासा
जैसे-जैसे मामला बढ़ा, इसे CBI को सौंपा गया। जांच में सामने आया कि शिल्पा जैन के साथ गैंगरेप हुआ था। जब CBI ने डीएनए जांच के लिए साधु यादव का सैंपल मांगा, तो उन्होंने सैंपल देने से इनकार कर दिया। यही नहीं, पीड़िता के परिवार को भी कई प्रकार के दबावों का सामना करना पड़ा।
कैसे दिया गया था वारदात को अंजाम?
मृत्युंजय शर्मा ने दावा किया कि जिस दिन यह घटना हुई, उस दिन शिल्पा कॉलेज जा रही थीं। तभी साधु यादव के दोस्तों ने उन्हें गाड़ी में बैठाकर ड्रॉप करने की बात कही, लेकिन वे उसे सीधे उस गाराज में ले गए, जहां बाद में उसकी लाश मिली। उस गाराज में साधु यादव और उनके कुछ साथी पहले से मौजूद थे। बाद में गौतम को जब इस बात का पता चला, तो वह भी वहां पहुंचा और घटना का विरोध किया। आरोप है कि पहले दोनों को बांधा गया और फिर शिल्पा के साथ कई लोगों ने बारी-बारी से बलात्कार किया। अंततः दोनों की हत्या कर दी गई।
क्यों रह गया यह मामला अधूरा?
इस केस में अब तक कई रहस्य दबे हुए हैं। राजनीतिक दबाव, सबूतों के मिटाए जाने और आरोपी के रसूख के कारण यह मामला कभी पूरी तरह सुलझ नहीं पाया। यदि इन आरोपों में सच्चाई है, तो यह बिहार के उस दौर की भयावह तस्वीर पेश करता है जब सत्ता में बैठे कुछ लोगों ने कानून और व्यवस्था को अपने पैरों तले रौंद डाला।