Headlines
Loading...
3 लड़कियों को थाने ले गई पुलिस, रात में एक बजे छोड़ा; सुबह एक युवती का लटका मिला शव. हत्या या आत्महत्या?...

3 लड़कियों को थाने ले गई पुलिस, रात में एक बजे छोड़ा; सुबह एक युवती का लटका मिला शव. हत्या या आत्महत्या?...

उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। पुलिस हिरासत से लौट कर आई नाबालिक लड़की का शव फंदे से लटकता मिला है। लड़की का शव घर के अंदर फंदे से लटकता मिला है। परिजनों ने पुलिस पर टार्चर करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने तकरीबन बारह घंटे तक लड़की से पूछताछ की थी और करीब रात एक बजे लाकर उसके घर छोड़ गई थी। सपा सांसद लालजी वर्मा ने पीड़ित परिवार के घर पहुंच कर परिजनों से मुलाकात की और मांग की है कि पूरे थाने पर कार्रवाई हो और परिजनों को दस लाख रुपया का मुआवजा दिया जाए।

अहिरौली थाना क्षेत्र प्राथमिक विद्यालय भियुरा के परिसर में बुधवार की सुबह दो युवकों का शव मिला था। मृतक युवक गाजीपुर जिले के रहने वाले थे। शवों का पोस्टमार्टम कर पुलिस ने उनके परिजनों को सौंप दिया था। इस वारदात के खुलासे के लिए पुलिस जांच कर रही है। जानकारी के मुताबिक, पुलिस जिन तीन लड़कियों को थाने ले गई थी उसमें लक्ष्मी पुत्री रामदास की उम्र करीब सोलह वर्ष की थी। दो अन्य लड़कियों की उम्र लगभग चौदह और तेरह साल है। पुलिस ने तीनों लड़कियों को अलग-अलग कमरों में रख कर पूछताछ की थी।

परिजनों ने लगाया टार्चर करने का आरोप

मृतक लक्ष्मी के परिजनों ने पुलिस पर टार्चर करने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि पुलिस कल दोपहर में लक्ष्मी को ले गई थी, और आज रात लगभग एक बजे लाकर घर छोड़ गई। पुलिस ने उसे बहुत परेशान किया है। लड़की मर गई तो पुलिस वाले घर वालों पर दबाव बना रहे थे कि लिख कर दे दो कि लड़की तीन दिनों से बीमार थी। एसपी केशव कुमार ने कहा कि सीडीआर में लड़की का काल डिटेल आया था। पुलिस उससे पूछताक्ष कर रही थी। पूरे मामले कीजांचकी जा रही है।

सपा सांसद लालजी वर्मा ने उठाया सवाल

लक्ष्मी की मौत की खबर सुनकर सपा सांसद लालजी वर्मा और विधायक राम अचल पीड़ित के घर पहुंचे और परिजनों से मुलाकात की। सांसद लालजी वर्मा ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिन लड़कियों को थाने ले जाया गया था, वो तीनों नाबालिक थीं। पुलिस उनके परिजनों के बगैर ही ले कर चली गई। पुलिस लक्ष्मी को दोपहर में ले गई और रात करीब एक बजे उसके घर छोड़ गई। नाबालिक लड़की को पुलिस ने इतनी रात तक हिरासत में कैसे और किसके आदेश से रखा।