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वाराणसी :: यात्री का रूपयों से भरा बैग लेकर टेंपो चालक भागा, हुआ गिरफ्तार, रुपए से भरा बैग बरामद...

वाराणसी :: यात्री का रूपयों से भरा बैग लेकर टेंपो चालक भागा, हुआ गिरफ्तार, रुपए से भरा बैग बरामद...

वाराणसी, ब्यूरो। बहन की शादी में खरीदारी के लिए वाराणसी आए बिहार के युवक का रुपयों से भरा बैग लेकर भागने वाले ऑटो चालक को लंका पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ऑटो चालक के पास से पुलिस टीम ने 15.50 लाख रुपये और घटना में प्रयुक्त ऑटो भी बरामद कर लिया। बुधवार को डीसीपी काशी जोन प्रमोद कुमार व डीसीपी क्राइम चंद्रकांत मीणा ने आरोपित ऑटो चालक भरछा थाना बबुरी जनपद चंदौली निवासी शरद सिंह पुत्र लालवरत सिंह को मीडिया के सामने पेश किया। 

डीसीपी काशी जोन ने मीडिया को बताया कि पीड़ित बिहार निवासी आदित्य आर्या तीन अप्रैल को अपनी बहन की शादी के लिए जरूरी सामानों की खरीदारी करने के लिए 19 लाख रुपये नगद एक बैग में लेकर वाराणसी आए थे। रामनगर टेंगरा मोड़ पर वह ऑटो पकड़कर बीएचयू गेट पहुंचे। गेट पर ऑटो से जब तक वह अपना रुपयों से भरा बैग उतारते ,ऑटो चालक बैग लेकर भाग गया। पीड़ित ने कुछ दूर तक दौड़कर ऑटो चालक का पीछा किया। सफलता नहीं मिलने पर लंका पुलिस को घटना की जानकारी दी। लंका पुलिस ने पूछताछ और मौके पर छानबीन कर मुकदमा दर्ज कर लिया। 

इसके बाद कमाण्ड सेण्टर एवं सर्विलान्स सेल और सीसीटीवी के फुटेज के जरिए फरार ऑटो चालक को मंगलवार देर शाम बीएचयू ट्रामा सेंटर के पीछे गली से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी चालक ने बताया कि उस दिन मैं टेंगरा मोड़ से बीएचयू मालवीय गेट थाना लंका पर आ रहा था। ऑटो में एक यात्री टेंगरा मोड़ से लंका के लिए बैठे थे, जिनके पास एक बैग था। उस यात्री को मैंने मालवीय गेट लंका के पास लाकर उतारा । यात्री ने मेरा किराया दे दिया। उसका बैग ऑटो में ही था कि वह यात्री थोड़ा आगे बढ़ गया तो मैंने देखा कि उसका बैग पीछे वाली सीट पर है। जिसकी चेन खोलकर देखा तो उसमें रुपये भरे थे। 

उसके बाद मैंं तेजी से ऑटो लेकर भाग गया, वह रुकने के लिए चिल्लाया, किन्तु मैं नहीं रुका। बाद में एकान्त में जाकर देखा तो उस बैग में कुल 19 लाख रुपये थे, जो पांच-पांच सौ रुपये की गड्डियां थीं। इसके बाद मैंने ऑटो को ट्रामा सेन्टर के पीछे एक सूनसान जगह पर खड़ी कर दिया था। तथा रुपयों को ऑटो के मैट के नीचे छिपा दिया था। जिसमें से लगभग साढ़े तीन लाख रुपये मैंने खर्च कर दिया। कुछ मेरे ऊपर कर्ज थे, उसको चुकता किया। शेष अपने खाने-पीने में खर्च कर दिया।