वाराणसी में कल से नवजात शिशु देखभाल सप्ताह, कम वजन के बच्चों पर दिया जाएगा विशेष ध्यान, डा. संदीप चौधरी, (सीएमओ),,,।
वाराणसी, 14 नवंबर । जिले में शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए बुधवार से 21 नवंबर तक नवजात शिशु देखभाल सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। इस बार अभियान की थीम "समुदाय के माध्यम से नवजात शिशु के जीवन का पोषण स्वास्थ्य - सुविधा व सहभागिता" निर्धारित की गई है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी ने मंगलवार को बताया कि नवजात शिशु मृत्यु दर को कम करने के दृष्टिगत सुविधा एवं समुदाय आधारित विभिन्न कार्यक्रम प्राथमिकता के अनुसार संचालित किए जा रहे हैं। जिसमें संस्थागत प्रसव को बढ़ावा तथा प्रसव कक्ष में नवजात शिशु की देखभाल, समय से पूर्व जन्म कम वजन के नवजात के लिए स्वास्थ्य इकाइयों पर सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) एवं न्यूबोर्न स्टेबलाइजेशन यूनिट (एनबीएसयू) स्थापित है।
सामुदायिक स्तर पर होम बेस्ड न्यूबोर्न केयर (एचबीएनसी) व होम बेस्ड यंग चाइल्ड केयर (एचबीवाईसी) कार्यक्रम समस्त संचालित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नवजात शिशु के जीवन को बेहतर शुरुआत के लिए स्वास्थ्य इकाइयों के सामुदायिक कार्यकर्ताओं एवं परिवार की अहम भूमिका होती है।
अभियान के नोडल अधिकारी व डिप्टी सीएमओ (आरसीएच) डॉ. एचसी मौर्य ने बताया कि नवजात शिशु की आवश्यक देखभाल बेहद आवश्यक है। उन्होंने बताया कि सप्ताह में सामुदायिक स्तर पर आशा एवं एएनएम समस्त नवजात शिशुओं को सप्ताह के दौरान फॉलो-अप कर भ्रमण करेंगी।
शिशु के जन्म के एक घन्टे के अन्दर स्तनपान तथा छह माह तक केवल स्तनपान के लिए प्रचार-प्रसार किया जाएगा। शिशु जिनका प्राथमिकता के तौर पर ध्यान दिया जाएगा, इसमें लो-बर्थ वैट व बीमार नवजात शिशु, एसएनसीयू से डिस्चार्ज शिशु, नवजात जिनका जन्म घर पर हुआ हो को शामिल किया गया है।
डॉ. मौर्य ने बताया कि अभियान में दूरगामी क्षेत्रों के परिवार घुमन्तु परिवार, लेबर, दिव्यांग, मलिन बस्ती, उन परिवारों को जहां आशा द्वारा परामर्श दिया जाना या भ्रमण करना सम्भव न हुआ हो, परिवार जहां बालिकाओं की देखभाल के लिए ध्यान न दिया जाता हो, पर विशेष जोर दिया जाएगा।