शक्तिपीठ कड़ा धाम में मां शीतला के दर्शन के लिए उमड़े हजारों श्रद्धालु,,,।
शक्तिपीठ कड़ा धाम :: नवरात्र के छठें दिन शुक्रवार को देवी भक्तों ने मां दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप का दर्शन किया। मां कात्यायनी शक्ति का स्वरूप हैं। मां कात्यायनी की भक्ति और उपासना से मनुष्य को बड़ी सरलता से अर्थ,धर्म, काम और मोक्ष चारों फलों की सहजता से प्राप्ति होती है।
विधि-विधान के साथ आराधना करने से मां सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं। कड़ा के शीतला धाम में मां के दर्शन से पहले श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। इसके बाद मां की आराधना करते हुए मनौती मांगी। यही सिलसिला गांव-गांव सजे पूजा पंडालों में सुबह से देर रात तक चलता रहा।
देवी कात्यायनी के जयघोष से गांव-शहर गुंजाय मान हो उठे।
देवी भक्तों ने माता कात्यायनी की आराधना किया। इस दिन साधक का मन आज्ञा चक्र में स्थिर रहता है। योग साधना में इस आज्ञा चक्र का महत्व पूर्ण स्थान है। ऐसे में भक्त को सहज भाव से मां के दर्शन प्राप्त होते है। मां कात्यायनी की भक्ति व उपासना से भक्त को अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष की प्राप्ति होती है।
शुक्रवार को देवी भक्तों ने मां के इसी स्वरूप का दर्शन किया। शक्तिपीठ कडा धाम में सुबह से ही देवी भक्तों का जमघट लगा रहा। गंगा में डुबकी लगाने के बाद देवी भक्त की दरबार पहुंचे। मां शीतला की विधि-विधान से पूजा अर्चन करते हुए आराधना किया। धूप, नवेद्य, अक्षत, पुष्प मां को अर्पित करते हुए मन्नत मांगी।
घट-घडियाल के साथ जगत जननी के जयकारे से देवी धाम गुंजायमान हो उठा। चारों ओर भक्ति रस की धारा बह चली। देवी दर्शन करते हुए लोग भक्ति में सराबोर हो गए। यही सिलसिला गांव-गांव सजे पूजा पंडालों में भी रहा। सुबह घर की महिलाएं व युवतियां मां की दरबार पहुंच उनकी आराधना किया।