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Kedarnath Dham: मंगलवार सुबह खुले केदारनाथ धाम के कपाट, हजारों तीर्थयात्री पहुंचे

Kedarnath Dham: मंगलवार सुबह खुले केदारनाथ धाम के कपाट, हजारों तीर्थयात्री पहुंचे


Kedarnath Dham  : केदारनाथ धाम के कपाट मंगलवार सुबह 6ः20 बजे खोले दिए गए। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने इसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली थी। मंदिर की 35 क्विंटल फूलों से भव्य सजावट की गई।

कपाटोद्घाटन का साक्षी बनने के लिए सात हजार से अधिक तीर्थयात्री केदारनाथ पहुंचे थे। बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली यात्रा भी सोमवार दोपहर सेना की 6-ग्रेनेडियर रेजिमेंट की बैंड धुनों के बीच गौरीकुंड से केदारनाथ धाम पहुंच गई। बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को सुबह 6ः10 बजे खोले जाएंगे। सरकार ने हेलीकाप्टर से पुष्पवर्षा कराकर धाम में डोली यात्रा का स्वागत किया।

कपाट खुलने के साथ ही मंगलवार सुबह से केदारनाथ के लिए हेली सेवा शुरू हो गई। नौ एविएशन कंपनी केदारघाटी में जाखधार, शेरसी, फाटा, नारायणकोटि, जामू और सोनप्रयाग से हेली सेवा का संचालन करेंगी। सोमवार को विभिन्न हेलीपैड से धाम के लिए ट्रायल उड़ान भरी गईं।
मौसम के मिजाज के चलते केदारनाथ यात्रा में चुनौतियां कम नहीं हैं। यहां मौसम आए दिन करवट बदल रहा है।धाम व पैदल मार्ग पर दो से ढाई फीट बर्फ : बीते एक सप्ताह से लगातार बर्फबारी के चलते धाम में दो से ढाई फीट बर्फ जमी हुई है। पैदल मार्ग के पांच किमी हिस्से में लिनचोली से केदारनाथ के बीच भी बर्फ जमी हुई है और भैरव गदेरा, लिनचोली व रुद्रा प्वाइंट में हिमस्खलन का खतरा बना हुआ है।

केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) ने यात्रियों की सहायता के लिए पांच पड़ाव बनाए हैं। ये पड़ाव केदारनाथ, लिनचौली, सोनप्रयाग, अगस्त्यमुनि और रतूड़ा में बनाए गए हैं। हर पड़ाव में दो-दो दल तैनात किए गए हैं। ये दल एक पड़ाव से दूसरे पड़ाव के बीच गश्त भी करेंगे। विशेष रूप से सोनप्रयाग, लिनचौली व केदारनाथ पैदल मार्ग के बीच ये यात्रियों की सहायता को विशेष रूप से सक्रिय रहेंगे।