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मेरठ एक जिम ट्रेनर ने नकली फूड सप्लीमेंट खाकर गवाई अपनी जान पत्नी ने सीएम योगी से लगाई गुहार

मेरठ एक जिम ट्रेनर ने नकली फूड सप्लीमेंट खाकर गवाई अपनी जान पत्नी ने सीएम योगी से लगाई गुहार


मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में नकली फूड सप्लीमेंट और स्टेरॉयड का सेवन करने पर एक जिम ट्रेनर की मौत हो गई है। हंसते-खेलते परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।संजीव धामा 27 दिन तक जिंदगी और मौत से जूझते रहे। अंत में उनकी मौत हो गई। संजीव धामा की मौत के बाद उनके परिवार में पत्नी, दो बेटियों और बुजुर्ग माता-पिता हैं। 


जिम ट्रेनर की नकली फूड सप्लीमेंट लेने से हुई मौत
मृतक संजीव धामा की पत्नी आराधना ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि 13 अगस्त को संजीव के पेट में अचानक से तेज दर्द उठा। जिसके बाद उन्हें संतोष हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने उनके पेट में पैनक्रियाज में दिक्क्त बताई थी। इसके बाद कई अस्पतालों में इलाज करवाने के बाद भी जब संजीव की हालत में सुधार नहीं हुआ तो परिवार ने उन्हें दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। यहां पर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उनकी पत्नी ने बताया कि वह फूड सप्लीमेंट और स्टेरॉयड का इस्तेमाल स्वस्थ रहने के लिए करते थे। वह खैरनगर से फूड सप्लीमेंट और स्टेरॉयड खरीद कर लाते थे।

मासूम कर रही पिता के पास जाने की जिद
जिम ट्रेनर की मौत के बाद उनकी तीन साल की बेटी नीति और सात साल की विधि अपनी मां से रोते हुए पापा के बारे में पूछती हैं और उन्हें बुलाने के लिए बोलती हैं। मासूम अपनी मां से पापा के पास जाने की जिद करती हैं। उधर बेटे की मौत से संजीव के बुजुर्ग माता-पिता भी टूट गए हैं। आराधना ने बताया कि उनका परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। उन्होंने फेसबुक के माध्यम से लोगों से उनकी मदद करने की अपील की है। ऐसे में कई लोगों ने उनके परिवार की मदद भी है।

संजीव जहां से फूड सप्लीमेंट और स्टेरॉयड लाते थे, वहां पर कई बार सर्विलांस और एसओजी की टीम ने नकली प्रोडक्ट बरामद कर कार्रवाई की है। लेकिन इसके बाद भी लोगों की जान लेने वाला यह अवैध कारोबार यहां पर बंद नहीं हुआ। मृतक संजीव की पत्नी ने सोशल मीडिया के माध्यम से सीएम योगी से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा है कि नकली फूड सप्लीमेंट और स्टेरॉयड का अवैध कारोबार करने वाले कारोबारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। जिस तरह से उनका हंसता-खेलता परिवार उजड़ गया, इस तरह से किसी और का परिवार न उजड़ पाए।