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यूपी : जौनपुर में पांच नदियों की मनरेगा से 150 किलोमीटर होगी खोदाई, वहीं पौधारोपण में वन विभाग का मिलेगा साथ।

यूपी : जौनपुर में पांच नदियों की मनरेगा से 150 किलोमीटर होगी खोदाई, वहीं पौधारोपण में वन विभाग का मिलेगा साथ।

                 Prince Raaj Bhadoriya Reporters

जौनपुर। नदियों की अविरल धारा को बढ़ाने व बारिश के पानी को संरक्षित करने के लिए पांच नदियों में 150 किमी खाेदाई मनरेगा से कराई जाएगी। इसमें किनारों पर जगह-जगह चेकडैम भी बनाए जाएंगे, ताकि बारिश के जल को उसमें संरक्षित किया जा सके। इससे जहां संकुचित हो रही नदियों को सही आकार दिया जा सकेगा, वहीं इस काम से जल संरक्षण को बढ़ावा मिलने के साथ ही बड़ी संख्या में मनरेगा श्रमिकों को रोजगार भी मिल सकेगा।

वहीं इसमें पांच प्रमुख नदियों सई, गोमती, वरुणा, बसुहीं व पीली को शामिल किया गया है। सई व गोमती नदी की खोदाई के लिए डेली प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार किया जा चुका है। इस कार्य को बरसात के पहले पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। नदियों के कहीं-कहीं सूखने की वजह से इनके अस्तित्व पर संकट मंडराने लगा है। ऐसे में इनकी खोदाई कराकर व चेकडैम बनवाकर इन्हें वास्तविक स्वरूप में लाया जाएगा।

वही योजना में सभी 21 ब्लाक के जाबकार्ड धारक श्रमिकों को कार्य मिलेगा। नदियों की खोदाई में वहां आस-पास के गांवों के मनरेगा जाबकार्डधारकों को कार्य में लगाया जाएगा, जिससे कार्य में तेजी आ सके और इसे समय से पूर्ण किया जा सके। इतना ही नहीं नदियों के किनारे वृहद पौधारोपण की भी तैयारी की गई है, जिससे कटाव को रोका जा सके।

वहीं प्रत्येक नदियों की 30 से 35 किमी की खोदाई कराई जाएगी। पौधारोपण अभियान में वन विभाग भी भागीदार बनेगा। नदियों में पानी का बहाव होने से गंदगी की भी सफाई हो सकेगी। ऐसे में इस अभियान को जल संरक्षण के साथ ही पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए नजीर माना जा रहा है।

वहीं उपायुक्त मनरेगा भूपेंद्र सिंह ने बताया कि कार्य शुरू कराने के लिए डीपीआर तैयार किया जा रहा है। दो नदियों की खोदाई की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। अन्य के लिए भी जरूरी औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है। बरसात के पूर्व कार्य पूर्ण कर लेने का लक्ष्य रखा गया है।