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बिहार : भागलपुर बांका ज़िले में एनसीआरटी पुस्तकें ना मिलने से बच्चे हुए बहुत परेशान।

बिहार : भागलपुर बांका ज़िले में एनसीआरटी पुस्तकें ना मिलने से बच्चे हुए बहुत परेशान।


बिहार। भागलपुर बांका ज़िले में अप्रैल से सभी बोर्ड का नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो गया है। बिहार बोर्ड अपने बच्चों को स्कूलों में ही कैंप लगाकर पुस्तकें देती है। बच्चे वहां भी पास होकर नई कक्षा में चले गए हैं। उनकी पुस्तकें नहीं है। सबसे बुरी स्थिति सीबीएसई बोर्ड की पुस्तकों की है। विद्या मंदिर, एसकेपी सहित एनसीआरटी की पुस्तकें पढ़ने वाले विद्यालयों के बच्चे बुक स्टाल पर हर दिन पुस्तक के लिए चक्कर लगा रहे हैं। 

वहीं बच्चों ने बताया कि पांचवीं-छठी से लेकर नौंवी कक्षा तक की हर पुस्तकों का शाटेज बाजार में है। ऋषम, सत्यम, दिव्यम आदि बच्चों ने बताया कि कई पुस्तकों के लिए वे लोग महीने भर से चक्कर लगा रहे हैं। पर कुछ पुस्तकें किसी दुकान पर नहीं मिल रही है। गणित और विज्ञान जैसी महत्वूपर्ण पुस्तकें भी उपलब्ध नहीं है।

वहीं सोनू बुक स्टाल के संचालक ने बताया कि दुकान पर पुस्तकों का संकट दो महीने से चल रहा है। नई शिक्षा नीति में पाठ्यक्रम बदलाव की अटकलों को लेकर संभवत: पुस्तकें कम छपी। दुकान पर हर दिन छठी से आठवीं तक के बच्चे घूम रहे हैं। थोक बाजार से ही कई डिमांड के बाद भी उनलोगों की पुस्तकें नहीं आ रही है। 

वहीं बाजार में अभी छठवीं और आठवीं कक्षा की गणित और विज्ञान की पुस्तकें नहीं है। दोनों उस कक्षा की सबसे महत्वपूर्ण पुस्तके हैं। इसी तरह सातवीं का हिदी, अंग्रेजी, संस्कृत की पुस्तकें बाजार में नहीं है। कुछ बच्चे आनलाइन पुस्तकें मंगाने का प्रयास कर रहे हैं। आनलाइन पुस्तकें कीमत से दुगुनी और तिगुनी महंगी पड़ गई है। अधिक दिन बाजार की यह स्थिति रही तो बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ेगा