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छत्रसाल स्टेडियम हत्याकांड में फरार ओलंपियन सुशील कुमार के ऊपर एक लाख और उसके साथी अजय पर 50 हजार इनाम की घोषणा

छत्रसाल स्टेडियम हत्याकांड में फरार ओलंपियन सुशील कुमार के ऊपर एक लाख और उसके साथी अजय पर 50 हजार इनाम की घोषणा

दिल्ली ।  छत्रसाल स्टेडियम सनसनीखेज हत्याकांड में घटना के बाद से ही फरार चल रहे ओलंपियन पहलवान सुशील कुमार की गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस ने एक लाख नकद इनाम देने की घोषणा की है, जबकि उसके साथ फरार चल रहे उसके दूसरे साथी आरोपी अजय की गिरफ्तारी में मदद करने कराने वाले को 50 हजार रुपए दिल्ली पुलिस इनाम देगी. सोमवार देर रात इस भारी-भरकम इनामी राशि की घोषणा दोनों फरार मुलिजमों की गिरफ्तारी पर की गई है. इस इनामी राशि की घोषणा किए जाने की पुष्टि सोमवार देर रात उत्तर पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त ने भी की है.

सोमवार देर रात जिला डीसीपी ऊषा रंगनानी ने कहा, “सुशील पहलवान और उसके फरार साथी अजय की तलाश में हमारी कई टीमें लगी हुई हैं. दोनों के खिलाफ कोर्ट से गैर-जमानती वारंट भी जारी हो चुके हैं. इस सबके बावजूद भी आरोपी पुलिस से दूर भाग रहे थे. लिहाजा दोनों फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग इनामी राशियों की घोषणा की गई है. सुशील कुमार की गिरफ्तारी या फिर उसके बारे में मजबूत सुराग देने वाले को एक लाख रुपए नकद इनाम दिल्ली पुलिस की ओर से दिया जाएगा, जबकि उसके साथ फरार चल रहे उसके दूसरे साथी अजय की गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस 50 हजार का इनाम देगी.”

छत्रसाल स्टेडियम में घटी हत्या और हत्या की कोशिश की वारदात में दिल्ली पुलिस को जो सबूत हासिल हुए थे, उनमें सुशील कुमार और अजय की भूमिका शुरू से ही संदिग्ध लग रही थी. सुशील और अजय व उनके अन्य फरार साथियों की तलाश में दिल्ली पुलिस घटना के बाद से ही हाथ-पांव मार रही थी. इस बीच खबरें आईं कि सुशील अधिकांशत: हरियाणा और उत्तराखंड इलाकों में छिपता फिर रहा है. दिल्ली पुलिस की टीमों को उसकी मोबाइल लोकेशंस भी इन्हीं इलाकों में मिल रही थी. दिल्ली पुलिस का दावा है कि उसने सुशील और उसके फरार साथियों की गिरफ्तारी के लिए कहीं कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी. यह अलग बात है कि इसके बाद भी दिल्ली पुलिस की टीमों के हाथ न तो फरार चल रहा सुशील पहलवान लगा न ही उसे अजय मिला.


आखिरकार को पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ दिल्ली की एक कोर्ट से गैर-जमानती वारंट दो तीन दिन पहले जारी करवा लिया, ताकि सुशील और अजय की गिरफ्तारी के लिए पुलिस खुद को कानूनी रूप से मजबूत कर सके. साथ ही गैर जमानती वारंट हासिल करने के पीछे पुलिस की एक यह भी रणनीति थी कि गैर-जमानती वारंट जारी होते ही फरार चल रहा सुशील पहलवान और उसके साथी मानसिक रूप से दबाव में आ जाएंगे. हालांकि ऐसा कुछ हुआ नहीं. गैर जमानती वारंट के बाद भी जब मुख्य आरोपी काबू नहीं आया तो आखिरकर सोमवार रात दिल्ली पुलिस को सुशील पहलवान और उसके साथी अजय कुमार की गिरफ्तारी पर एक लाख और 50 हजार के इनाम की घोषणा करनी पड़ गई.