करीब 75% मरीज और 83% मौत सिर्फ 6 राज्यों में

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक के कुल संक्रमित मरीजों में से करीब 75% मरीज और 83% मौत सिर्फ 6 राज्यों में हुई है. अब तक सामने आए कुल मामले में से 75.33% केस जिन 6 राज्यों में है वो है महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश. सबसे ज्यादा चिंता महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली और गुजरात में है. यहां रोज़ाना बहुत तेजी से मामले बढ़ रहे है.


स्‍वस्‍थ होने वाले लोगों की कुल दर 48.19%

देश में इलाज के बाद स्‍वस्‍थ होने वाले लोगों की कुल दर तेजी से बढ़ रही है और यह 48.19% हो गई है. इलाज के बाद स्‍वस्‍थ होने वाले लोगों की दर 18 मई को 38.29% थी. 3 मई को यह 26.59% थी और 15 अप्रैल को यह 11.42% थी. वर्तमान में देश में सक्रिय चिकित्सा निगरानी के अंतर्गत आने वाले मामलों की संख्या 93,322 है. एक निश्चित अवधि में बीमारी से संक्रमित कुल लोगों की तुलना में मरने वालों की अनुपात दर(केस फेटेलिटी रेट) 2.83% है. 18 मई को यह 3.15% था. 3 मई को 3.25% और 15 अप्रैल को 3.30% था.

मरने वालों के अनुपात में लगातार गिरावट आ रही है

देश में एक निश्चित अवधि में बीमारी से संक्रमित कुल लोगों की तुलना में मरने वालों के अनुपात में लगातार गिरावट आ रही है. कम मृत्‍यु दर का कारण निगरानी, समय पर मरीज की पहचान और मामलों का क्‍लीनिकल प्रबंधन करना है. दो विशेष बातें नोटिस की जा सकती हैं, एक तरफ ठीक होने की दर बढ़ रही है, दूसरी तरफ एक निश्चित अवधि में बीमारी से संक्रमित कुल लोगों की तुलना में मरने वालों की अनुपात की दर गिर रही है