हाथ में इंसास राइफल... महिला के शरीर पर है वर्दी, सच्चे पुलिस ऑफिसर ने केस में डाला हाथ तो हुए चौंकाने वाले खुलासे...
ब्यूरो, लखनऊ। कानपुर-लखनऊ हाईवे पर शुक्रवार की रात अज्ञात वाहन की टक्कर से पुलिस की वर्दी पहने जिस महिला की मौत हुई थी वह जालसाज निकली। वह महिला सिपाही बनकर लोगों से ठगी करती थी। पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि लखनऊ के हजरतगंज थाने में एक महिला ने उसके विरुद्ध लाखों की ठगी का मुकदमा दर्ज कराया था। वर्ष 2020 में पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था। जमानत पर छूटने के बाद वह फिर से महिला सिपाही बनकर ठगी करने लगी।
मां के शव को निहारता रहा बेटा
परिजनों के आने पर पोस्टमार्टम के बाद शुक्लागंज गंगाघाट में शव का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उसका 11 वर्षीय बेटा हर्ष मां के शव को निहारता रहा। आपको बता दें कि लखनऊ के कृष्णानगर भोलाखेड़ा में रहने वाले मृत्युंजय मिश्र की पत्नी पुष्पा मिश्रा ने 30 नवंबर 2019 को हजरतगंज थाना पुलिस को तहरीर दी थी।
लाखों की ठगी का दर्ज हुआ था मुकदमा
उसने पड़ोस में किराए के मकान में महिला सिपाही बनकर रहने वाली शिल्पी सिंह पत्नी अश्वनी के विरुद्ध लाखों की ठगी का मुकदमा दर्ज कराया था। बताया था कि खुद को सिपाही बताने वाली शिल्पी ने उसके पति व बेटी की नौकरी लगवाने के नाम पर चार लाख रुपये की ठगी कर ली।
सोने के जेवर तक हड़पे
कुछ दिन बाद बहन की शादी में जाने की बात कह उससे सोने की झुमकी, चेन, अंगूठी व अन्य जेवर ले लिए। मांगने पर भी न रुपये लौटाए और न ही जेवर वापस किए। बताया कि शिल्पी मुहल्ले के कई अन्य लोगों से भी लाखों की ठगी कर चुकी है।
पुलिस ने शिल्पी को भेज दिया था जेल
पुलिस ने धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर शिल्पी को जेल भेजा था। शिल्पी सिंह पुत्री अशोक सिंह मूल रूप से बलिया जिले के पालकी के हुसैनाबाद सिकंदरापुर की रहने वाली है।
रुपये मांगने वालों के मोबाइल पर आते रहे फोन
31 जनवरी को दही क्षेत्र के सोनिक मोड़ पर अज्ञात वाहन की टक्कर से शिल्पी की मौत हो गई। खाकी वर्दी में होने के कारण राहगीरों ने महिला सिपाही समझ पुलिस को जानकारी दी। पुलिस को दो मोबाइल मिले, जिसमें पैटर्न लॉक लगा हुआ था। उसके मोबाइल पर करीब 20 लोगों ने फोन किया।
वर्दी पहने युवक की भी आई थी कॉल
फोन करने वालों में एक ने कहा कि मेरे 40 हजार रुपये दे दो। जब उसे पता चला कि फोन पुलिस के पास है तो काट दिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, फोन करने वालों में अधिकतर उसे दिए रुपये ही मांगते रहे। वर्दी पहने एक युवक की भी वीडियो कॉल आई थी।
हाथ में इंसास राइफल लिए हुई थी महिला
आपको बता दें कि कानपुर-लखनऊ हाईवे पर जान गंवाने वाली खाकी वर्दीधारी महिला का मामला रहस्य बन चुका था। जो मोबाइल उसके पास मिला था ताे उसकी स्क्रीन में लगी फोटो में महिला खाकी वर्दी पहने होने के साथ हाथ में इंसास राइफल लिए हुई थी।