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थानाध्यक्ष ने किन्नरों के बीच कराया समझौता, परिसर के बाहर खूब हुआ नाच गाना,,,।

थानाध्यक्ष ने किन्नरों के बीच कराया समझौता, परिसर के बाहर खूब हुआ नाच गाना,,,।


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एजेंसी डेस्क : बिहारप्रदेश(ब्यूरो), समाज में नाच-गा कर बधाई देने वाले किन्नरों में भी अब वर्चस्व की लड़ाई सामने आ रही है।

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बिहार, भोजपुर जिले के बिहिया में किन्नरों की ओर से क्षेत्र के बंटवारे के विवाद को लेकर दो गुट आपस में भिड़ गए.जिसके बाद ये मामला थाने में पहुंच गया. जिसमें एक पक्ष के किन्नरों ने थानाध्यक्ष से गुहार लगायी थी. थानाध्यक्ष उदयभानु सिंह की पहल के बाद दोनों गुटों में समझौता कराया गया जिसके बाद थाने में भारी संख्या में उमड़े किन्नरों ने खुशी में ढोलक की थाप पर जमकर नाचा अपनी खुशी का इजहार किया. इस दौरान थाना परिसर में जमकर तमाशा हुआ जिसे देखने के लिए आसपास के लोगों की भारी भीड़ उमड़ी पड़ी. थानाध्यक्ष ने सभी किन्नरों को मिठाई खिलाकर विदा किया।

बताया जा रहा है कि विनायक राय उर्फ छोटी किन्नर मंजू किन्नर व उसके साथी मिस्टी किन्नर के साथ क्षेत्र में काम करने को लेकर कुछ दिनों पहले झड़प के बाद मामला काफी बिगड़ गया था. छोटी किन्नर जो बिहिया आसपास के क्षेत्रों में नाच गा कर कमा खा रही थी उसका कहना था कि वो लोकल है इसलिए बिहिया जगदीशपुर क्षेत्र में ही कमाएगी. जबकि मिस्टी मंजू किन्नर का कहना था कि उनके गुरु ने कमाने खाने के लिए यह क्षेत्र उन्हें दिया है. इसलिए यहां कोई दूसरा नहीं रह सकता।

थानाध्यक्ष की सूझ बूझ से अनहोनी घटना टली,,,,,,,

दोनों किन्नर गुट के विवाद की सूचना पर किन्नरों के गुरु तारा किन्नर उर्फ तारा गुरु सैकड़ों किन्नरों के साथ आरा से बिहिया पहुंची. इधर छोटी किन्नर भी अपने साथियों के साथ किसी भी स्थित से निपटने को तैयार बैठी थी. एक बार को तो लगा कि कुछ अनहोनी ना हो जाय कि इसके पहले सूचना मिलते ही थाना अध्यक्ष ने किन्नरों के दोनों गुट को थाने में बुलाया. काफी प्रयास के बाद थाना अध्यक्ष के पहल पर दोनों गुटों में कुछ शर्तों के साथ समझौता हुआ।

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समझौते के अनुसार तारा किन्नर उर्फ तारा गुरु ने विनायक राय उर्फ छोटी किन्नर को अपना चेला मान किन्नरों के परिवार में शामिल किया उसे कमाने खाने के लिए सहार प्रखंड का क्षेत्र दिया गया. बदले में छोटी किन्नर ने दूसरे किन्नर के क्षेत्र में बिना गुरु के अनुमति के काम करने के लिए माफी मांगी तथा आज के बाद दूसरे के क्षेत्र में काम ना करने गुरु के नेतृत्व में काम करने, गुरु की बात मानने का वादा किया. समझौते की शर्तों को तारा गुरु ने सार्वजनिक रूप से पढ़ कर सुनाया तो विनायक उर्फ छोटी किन्नर ने भी सबके सामने शर्तें स्वीकार किया. समझौते के बाद किन्नर नाच गान करने के लिए अड़ गए जिसके बाद थाना परिसर में जमकर किन्नरों ने ठुमका लगाया. जिसे देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ लग गई।