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उन्नाव : 24 साल बाद भी अधूरा पड़ा है बीएसए कार्यालय भवन

उन्नाव : 24 साल बाद भी अधूरा पड़ा है बीएसए कार्यालय भवन


उन्नाव । 24 साल से अधूरे पड़े बीएसए कार्यालय के दिन बहुरने वाले नहीं हैं। लगभग एक वर्ष पूर्व अधूरे पड़े भवन के निर्माण के लिए एक करोड़ सत्तानवे लाख रुपये अवमुक्त हुए थे लेकिन एक साल बाद भी निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका।

बीएसए कार्यालय आज भी जिला विद्यालय निरीक्षक के कार्यालय में चल रहा है। जबकि जिलाधिकारी प्रतिमाह पचास लाख से ऊपर की योजनाओं की समीक्षा बैठक करते है और कार्यदायी संस्थाओं पर कार्य पूरा करने के निर्देश देते है लेकिन कार्यदायी संस्थाए ठेकेदारों से मिलकर कार्य की लागत बढ़ाने के चक्कर में निर्धारित समयावधि में काम को पूरा नहीं करते है।

मामला बेसिक शिक्षा मंत्री के दरबार में पहुंचने वाला है। इस सम्बन्ध में एक प्रतिनिधि मंडल बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह को पूरे मामले से अवगत करायेगा।

बताते चलें कि शिक्षक विधायक राज बहादुर सिंह चंदेल के द्वारा मामला विधान परिषद में उठाए जाने के बाद प्राचार्य डायट प्रेम प्रकाश मौर्य के द्वारा कैंपस में स्थित बीएसए कार्यालय की दुर्दशा से अवगत कराते हुए धनराशि की मांग की गई थी।

जनपद में जिलाधिकारी रह चुके महानिदेशक विजय किरन आनंद इस कार्यालय की दास्तां से बखूबी परिचित थे। लिहाजा अपूर्ण कार्यालय अच्छा बने। उन्होंने भवन के निर्माण में धन की कमी न होने पाये इसके लिए धन अवमुक्त किया था लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी कार्य अधुरा है। जबकि डीएम रविन्द्र कुमार प्रत्येक माह में पचास लाख से ऊपर वाली परियोजनाओं की समीक्षा करते है लेकिन कार्यदायी संस्थाएं आला हुक्मरान की बातों को एक कान से सुनते हैं और दूसरे कान से निकाल देते है। नोडल विभाग भी ठेकेदारों के चंगुल में फसकर कुछ नहीं कर पाते है। मामला एक बार तूल पकड़ता हुआ नज़र आ रहा है। पूरे मामले को लेकर कुछ सामाजिक कार्यकर्त्ता इस मामले को प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री के सामने रखने का मन बना चुके है। इसमें गड़बड़ी करने वालों की जांच कराई जायेगी।